लातेहार. जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत ठीक नहीं है. जिले में सर्जन और एनेस्थीसिया के चिकित्सक के नहीं रहने से सर्जरी व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है. इस कारण छोटे-बड़े किसी ऑपरेशन वाले मरीज को रेफर कर दिया जाता है. जिले में यह परेशानी लगभग दो माह से बनी हुई है. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही या उदासीन रवैया के कारण जिले मेें एक भी एनेस्थीसिया और सर्जन डाॅक्टर नहीं है. जिसके कारण सदर अस्पताल में लक्ष्य के अनुरूप एक ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है. सबसे बड़ी परेशानी तब होती है, जब कोई गर्भवती महिला अस्पताल में आयी और उसका साधारण प्रसव नहीं हुआ, तो ऑपरेशन के लिए कोई विकल्प नहीं है. ऐसे में चिकित्सक नहीं चाहते हुए भी गर्भवती और अन्य मरीजों को रांची रेफर कर देते है. जिले में एक एनेस्थीसिया के डॉक्टर सुनील कुंडुलना को प्रतिनियुक्ति किया गया था, लेकिन उनका भी तबादला दूसरे जिले में कर दिया गया है. सदर अस्पताल में पिछले दो माह से एक भी सर्जरी नहीं हुई है. विभाग द्वारा लातेहार से चिकित्सकों का तबादला तो कर दिया जाता है, लेकिन लातेहार में चिकित्सकों की पोस्टिंग नहीं की जा रही है, जिससे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह बेहाल है. विभाग द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य केंद्र बनाने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन चिकित्सकों के नहीं रहने से भवन बेकार साबित हो रहे हैं. जिला मुख्यालय में लाखों रुपये की लागत से क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण कराया जा रहा है, लेकिन मैन पावर नहीं रहने से यह भवन की बेकार हो जायेगा.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
इस संबंध में सिविल सर्जन डाॅ अवधेश सिंह ने कहा कि विभाग को एनेस्थीसिया और सर्जन नहीं होने की जानकारी कई बार दी गयी है, लेकिन विभाग का इस ओर ध्यान नहीं है.
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