शिक्षकों ने नंगे पैर शैक्षणिक कार्य किया

राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन द्वारा शिक्षकों के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के खिलाफ शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है

By Prabhat Khabar News Desk | July 26, 2024 9:06 PM

लातेहार. राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन द्वारा शिक्षकों के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के खिलाफ शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है. इसके विरोध में शुक्रवार को विद्यालय में नंगे पैर रह कर शैक्षणिक कार्य किया है. झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ सह झारोटेफ के जिलाध्यक्ष हीरा प्रसाद यादव ने कहा कि विभाग शिक्षक को शिक्षक नहीं रहने देना चाहती है. शिक्षक का काम है विद्यालय में शिक्षण कार्य कराना है, लेकिन शिक्षा विभाग यह नहीं चाहती है. श्री यादव ने कहा कि शिक्षा विभाग शिक्षकों को 50 से 100 तरह के रजिस्टर के रख रखाव सहित अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में उलझाये रखना चाहती है. माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेंद्र पांडेय ने कहा कि शिक्षा विभाग का काम है प्रतिदिन नये-नये गैर वाजिब पत्र निकालना और शिक्षक को उसके पीछे दौड़ाना. सहायक अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष अतुल कुमार ने कहा कि शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से विभाग अविलंब मुक्त करते हुए शिक्षकों को पोषाक भत्ता देने की घोषणा करे. विरोध प्रदर्शन के दौरान तृप्ति भारती, ज्योति चौधरी, संतोष पासवान, प्रदीप कुमार सिंह, संजीव कुमार चंद्र, प्रमोद कुमार पांडेय, संजीव कुमार, आनंद पांडेय, वीरेंद्र प्रसाद, सुरेंद्र पासवान, दशरथ सिंह, शिव वचन पांडेय, विजेता मिंज, रोशन लकड़ा, निलेश कुमार, निखिल कुमार, संतोष पांडेय, मनीष कुमार, प्रमोद कुमार, दिलीप कुमार सिंह, संजय प्रसाद, आशीष नाथ शहादेव, बामेश्वर सिंह, मोहन प्रसाद, धीरज कुमार, उमा कुमारी, कृष्ण कुमार भगत, बलराम सिंह व बिहारी राम सहित कई शिक्षक शामिल हुए.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version