हेरहंज. पूरे प्रखंड से नल-जल योजना की लगातार शिकायतें मिल रही है. कहीं टंकी में पानी नहीं चढ़ रहा है, तो कहीं पाइपलाइन टूट गयी है. कहीं मोटर नहीं लगा है, तो कहीं सोलर प्लेट ही नहीं लगाया गया है. लगातार शिकायतों के बाद भी विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं हो रही. इससे संवेदक का मनोबल भी बढ़ता जा रहा है. प्रखंड के बिदिर गांव में नल-जल योजना का हाल बेहाल है. यहां लगी जलमीनार नाकाम साबित हो गयी है. ग्रामीण रंजीत गंझू, केसो गंझू, नारायण गंझू व केसो गंझू ने बताया कि यहां नल-जल योजना का काम काफी घटिया तरीके से कराया गया है. जहां काम हुआ है, वह भी नाकाफी है. बिदिर के पाहन टोली में सिर्फ पानी की टंकी लगाकर जलमीनार को छोड़ दिया गया है. पाइप भी नहीं लगाया गया है. केसो गंझू (पाहन टोली) के घर के समीप बोरिंग में मोटर लगाकर छोड़ दिया गया है. बिदिर गांव में धर्मदेव गंझू के घर के समीप जलमीनार में पाइप नहीं लगा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में विभाग को आवेदन दिया गया था, पर कार्रवाई नहीं हुई. इस संबंध में बीडीओ प्रदीप कुमार दास ने कहा कि मुझे इस संबंध में विशेष जानकारी नहीं है. यह पेयजल व स्वच्छता विभाग के लोग ही बता पायेंगे. ज्ञात हो कि यहां झारखंड पावर कंपनी द्वारा नल-जल योजना के तहत जलमीनार लगायी जा रही है.
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