बारियातू. इस वर्ष समय पर अच्छी बारिश का अनुमान लगाया गया था. आषाढ़ माह के सात दिन बीत गये हैं, पर दूर-दूर तक बारिश के आसार नहीं दिख रहे हैं. बारिश नहीं होने से किसान मायूस हैं. खेतों में धूल उड़ रही है. किसान खेती की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं. उनका कहना है कि आद्रा नक्षत्र के छह दिन बीत गये हैं. यह समय खेती के लिए काफी अहम होता है. इसमें खरीफ फसल की खेती तय होती है. अब तक धान-मक्का सहित अन्य खरीफ फसल की खेती की तैयारी शुरू हो जाती है. इस वर्ष भी स्थिति चिंताजनक हो गयी है. किसानों ने कहा कि पिछले तीन वर्ष से मौसम का मिजाज बदल गया है. इससे सबसे अधिक प्रभावित किसान हो रहे हैं.
खेती तो दूर पेयजल पर आफत
इस वर्ष पड़ रही भीषण गर्मी और समय पर बारिश नहीं होने के कारण खेती तो दूर पेयजल की भी आफत आने लगी है. ग्रामीणों ने बताया कि खेती की आस तो दिख नहीं रही, पेयजल संकट गंभीर हो गया है. कई स्थानों पर अब चापानल व कुएं सुख गये है. दूर दराज से पानी लाने को लोग मजबूर हैं. अगर अब भी बारिश नहीं हुई, तो पेयजल के लिए हाहाकार मचना तय है.
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