लातेहार. जिले के महुआडांड़ पंचायत में अबुआ आवास के लाभुकों के चयन में बरती गयी अनियमितता की जांच शुरू हो गयी है. बीडीओ अमरेन डांग ने जांच कमेटी बनायी है, जिसमें ग्राम सेविका प्रिसकिला खलखो, पंचायती राज के प्रखंड समन्वयक उदय प्रसाद गुप्ता, उच्च वर्गीय लिपिक सुरेंद्र बृजिया व कनीय अभियंता शामिल हैं. लेकिन जांच कमेटी द्वारा रिपोर्ट नहीं सौंपे जाने तथा लापरवाही बरतने पर बीडीओ ने जांच टीम के सदस्यों से स्पष्टीकरण पूछा है. वहीं बीडीओ ने अबुआ आवास के कार्य में रूचि नहीं लेने तथा कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में संबंधित पंचायत के पंचायत सेवक योगेंद्र प्रसाद गुप्ता के खिलाफ अग्रेतर कार्रवाई के लिए लातेहार उपायुक्त को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि पंचायत सेवक द्वारा राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अबुआ आवास के कार्य में लापरवाही बरती जा रही है जिस कारण कार्यों का निष्पादन समय पर नहीं हो रहा है. इसके अलावा पंचायत सेवक बिना किसी सूचना के मुख्यालय से गायब रहते हैं. ज्ञात हो कि आरटीआइ से मांगी गयी रिपोर्ट में अबुआ आवास के लाभुक के चयन में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरते जाने का खुलासा हुआ है. वर्ष 2023-24 में 52 अबुआ आवास महुआडांड़ पंचायत में आवंटित किया गया था, जिसमें एसटी के लिए 12, एसी के लिए 5, ओबीसी के लिए 20, जेनरल के लिए 9 और अल्पसंख्यक के लिए 6 आवास शामिल है. जिन्हें आवास दिया गया है उनमें गौरी देवी के पति महेंद्र प्रसाद सिपाही व संगीता सिंह के पति जितेंद्र सिंह सीआरपीएफ के जवान हैं. वहीं असरफी यादव के पति मुखन यादव मूल रूप से दूरूप पंचायत के निवासी हैं. लक्ष्मी देवी के पति भोला साव का दो पक्का मकान है. अरसी खातून के पति शेर मोहम्मद पेशे से डाॅक्टर तथा आशा देवी के पति बसंत प्रसाद अम्मवाटोली पंचायत के निवासी है. इसके अलावा अनिता देवी, जुलेखा बीबी व देवमुनी देवी को पूर्व में आवास का लाभ मिल चुका है.
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