Diwali 2020 latest news : लातेहार (आशीष टैगोर) : कई पर्व- त्योहार कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन की भेंट चढ़ गयी है. दुर्गा पूजा एवं दशहरा सरकारी गाइडलाइन के अनुरूप मनाया गया. अब दीपोत्सव की बारी है. कहना गलत नहीं होगा कि लॉकडाउन ने लोगों की आर्थिक कमर तोड़ कर रख दी है. महीनों बाद भी लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं आया है. दीपावली में लोग अपने- अपने घरों की साफ-सफाई और रंग रोगन कराते हैं, लेकिन इस साल दीपावली के मौके पर भी रंग, पेंट एवं चूने के दुकानों में वीरानी छायी है.
इस संबंध में लोगों का कहना है कि इस वर्ष कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन के कारण उनकी आमदनी प्रभावित हो गयी है. घर तक चलाना मुश्किल हो गया. ऐसे में वे घरों में रंग- पेंट कहां से करायेंगे. बाइपास चौक में होटल व्यवसायी आनंद कुमार ने कहा इस वर्ष लॉकडाउन के कारण पूरे 4-5 माह दुकान बंद हो गया. दुकान ही उनकी आमदनी का स्त्रोत है. दुकान बंद हो जाने से जमा- जमाया पैसा भी घर चलाने में खर्च हो गया. इस दीपावली में उन्होंने घर को सिर्फ पानी से धो कर साफ- सफाई किया है.
मस्जिद रोड के प्रिटिंग प्रेस के संचालक राजू रंजन सिंह ने कहा कि लॉकडाउन ने कमर तोड़ कर रख दी है. जब शादी- विवाह का मौसम था, तो उस समय देश में लॉकडाउन था. उस पर एक के बाद एक त्योहार सामने आ रहे हैं. घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है. ऐसे में घर में रंग- रोंगन कहां से करायेंगे.
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कारगिल पार्क के पास अवस्थित पिंटू हार्डवेयर के संचालक मंजीत प्रसाद कहते हैं कि इस वर्ष रंग, पेंट एवं चूना की बिक्री आधी हो गयी है. गोदाम में माल पड़ा हुआ है. इस वर्ष माल खपत ही नहीं हो रही है. कोरोना एवं लॉकडाउन ने लोगों की आर्थिक स्थिति कमजोर कर दी है.
वहीं, मेन रोड स्थित संदीप हार्डवेयर के संचालक संदीप प्रसाद बताते हैं कि इस वर्ष का व्यवसाय 40 प्रतिशत रह गया है. इस वर्ष लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण अधिकतर लोग अपने घरों की साफ- सफाई तो करा रहे हैं, लेकिन रंग- रोंगन नहीं करा रहे हैं. चट्टी मुहल्ला के मां हार्डवेयर के संजय प्रसाद गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष हर पर्व- त्योहार कोरोना की भेंट चढ़ गया है. दीपावली का इंतजार हम दुकानदारों को साल भर से रहता है, लेकिन इस वर्ष दुकानदारी कोरोना की भेंट चढ़ गयी.
Posted By : Samir Ranjan.