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पलामू टाइगर रिजर्व में बना हुआ है बाघों का वर्चस्व

पलामू टाइगर रिजर्व को अभी भी बाघिन की तलाश है. लंबे अरसे तक बाघिन के कब्जे में रहने वाला पलामू टाइगर रिजर्व पर पिछले कुछ दिनों से बाघों का वर्चस्व बना हुआ है.

बाघिन की तलाश में भटक रहे हैं बाघ

तसवीर-9 लेट-3 कैमरा ट्रैप में कैद बाघ की तस्वीरसंतोष कुमार.

बेतला. पलामू टाइगर रिजर्व को अभी भी बाघिन की तलाश है. लंबे अरसे तक बाघिन के कब्जे में रहने वाला पलामू टाइगर रिजर्व पर पिछले कुछ दिनों से बाघों का वर्चस्व बना हुआ है. 1129 वर्ग किलोमीटर पहले पलामू टाइगर रिजर्व में मौजूद आठ रेंज में कहीं भी बाघिन के मौजूदगी के प्रमाण नहीं मिले हैं. पलामू टाइगर रिजर्व के विशेषज्ञों का कहना है कि यदि पलामू टाइगर रिजर्व में किसी कोने में बाघिन की मौजूदगी होती तो नजारा कुछ और ही होता. बाघिन की मौजूदगी होने से निश्चित रूप से बाघ के बच्चे को भी देखने का नजारा मिलता. पिछले दिनों अलग-अलग जगह पर पलामू टाइगर रिजर्व में चार बाघ देखे गये हैं. चारों बाघ अलग-अलग समय में अपना लोकेशन बदल रहे हैं. जानकार बताते हैं कि बाघ अपने साथी बाघिन की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं. इधर पिछले पांच और छह मई को पुनः पलामू टाइगर रिजर्व में अलग-अलग जगहों पर लगाये गये कैमरा ट्रैप में एकबार फिर से बाघ की तस्वीर कैद हुई है. पीटीआर के विशेषज्ञों के द्वारा तस्वीर को खंगालने पर इसकी पुष्टि हो गयी है कि कैमरा ट्रैप से ली गयी तस्वीर नर बाघ का ही है. इस तरह से पलामू टाइगर रिजर्व में नर बाघ का वर्चस्व ही बना हुआ है. जिस इलाकों में बाकी तस्वीर कैमरा ट्रैप ने खींची है उसे इलाके में मवेशी के मारे जाने की सूचना पर विभाग की टीम को मिली थी. बाघ होने की संभावना को देखते हुए उस इलाके में कैमरा ट्रैप लगाया गया था जिसका नतीजा तस्वीर के रूप में सामने आया है. इसकी पुष्टि करते हुए पलामू टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर कुमार आशुतोष ने बताया कि बाघ देखे जाने वाले इलाके में विभाग पूरी तरह से चौकसी बरत रहा है. पीटीआर के घने जंगलों में चार बाघों की उपस्थिति लगातार बनी हुई है. उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अलग अलग जगहों पर 100 से अधिक कैमरा ट्रैप लगाया गया है. बाघ को मौजूदगी वाले इलाके में कैमरा लगाने का सकारात्मक परिणाम मिल रहा है. उन्होंने बताया कि प्रत्येक माह बाघ की तस्वीर आ रही है. यह पीटीआर प्रबंधन के लिए हर्ष का विषय है. ज्ञात हो कि पलामू टाइगर रिजर्व में 2020 के बाद अब तक एक बाघिन के होने की पुष्टि नहीं की गयी है. बेतला में 18 फरवरी 2020 को बायसन के हमले में मारे गये बाघिन के बाद अब तक कही बाघिन दिखाई नहीं दी है. विभागीय पदाधिकारियों के अनुसार अभी तक जो तस्वीर आये हैं वह सभी नर बाघ के हैं. कहीं से भी बाघिन के होने की पुष्टि नहीं हुई है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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