बेतला. पलामू टाइगर रिजर्व में बेतला-गारू मार्ग पर टिकुलिया पत्थर गायब हो गया है. पत्थर को तोड़कर हटा दिया गया है. अब वहां पत्थर के सिर्फ कुछ टूकड़े ही बचे हैं. टिकुलिया पत्थर एक बड़ी सी चट्टान थी, जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती थी. घने जंगलों के बीच बेतला पार्क से थोड़ी ही दूरी पर सड़क के किनारे मौजूद यह स्थल काफी रमणीक है. तीखा मोड़ होने के कारण पूर्व में यह इलाका लूटपाट के लिए भी जाना जाता था. टिकुलिया पत्थर को किसके आदेश पर तोड़ा गया है, इसका जवाब किसी के पास नहीं है. इस मामले को पर्यावरणविद डॉ डीएस श्रीवास्तव ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा है कि इस मामले को लेकर वह भारत सरकार को पत्र लिखेंगे. बेतला नेशनल पार्क एरिया में होने के कारण पत्थर तोड़ना करना कानूनन अपराध है. यह पत्थर सदियों से यहां मौजूद था. इससे यह साफ हो गया है कि वन विभाग के पदाधिकारी अपने कर्तव्य के निर्वहन में कोताही बरात रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब ऐसा सड़क के किनारे हो रहा है तब जंगल में क्या हो रहा होगा. इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.
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