नेतरहाट में ग्रामीण संस्कृति का मजा ले सकेंगे पर्यटक
झारखंड की ग्रामीण संस्कृति से रू-ब-रू कराने के लिये पर्यटन विभाग ग्रामीण पर्यटन का विकास कर रहा, ग्रामीण संस्कृति का मजा ले सकेंगे पर्यटक
लातेहार : पर्यटकों को झारखंड की ग्रामीण संस्कृति से रू-ब-रू कराने के लिये पर्यटन विभाग ग्रामीण पर्यटन का विकास कर रहा है. इसके तहत राज्य की संस्कृति और ग्रामीण क्षेत्रों को पर्यटन से जोड़ने के लिए गांव चिह्नित किये जा रहे हैं. पायलट प्रोजेक्ट के तहत नेतरहाट के सिरसी गांव को चुना गया है. जल्द ही सिरसी गांव में पर्यटकों को होम स्टे की सुविधा मिलेगी. इस गांव को नया रूप देकर विलेज टूरिज्म कमिटी का गठन किया जा रहा है.
पर्यटक इस गांव में रह कर राज्य की संस्कृति को नजदीक से देख सकेंगे. पर्यटक गांव में स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन का स्वाद भी ले सकेंगे. देसी भोजन, लोक संगीत व रहन-सहन देखेंगे : ग्रामीण पर्यटन विकसित करने के लिए शुरू की जा रही स्टे होम योजना के तहत गांवों में पर्यटकों के रहने के लिए टेंट, खपरैल और मिट्टी के मकान बनाये जायेंगे.
गांवाें में स्थानीय भोजन की विशेष व्यवस्था होगी. ठेठ ग्रामीण तरीके से भोजन तैयार किया जायेगा. पर्यटन गांव में रह कर ग्रामीणों की बोली, खान-पान और रहन-सहन नजदीक से देख सकेंगे. रात में कैंप फायर भी होगा. स्थानीय कलाकार लोकगीत और लोक संगीत के जरिये पर्यटकों का मनोरंजन करेंगे.
लघु उद्योग व हस्तकला को प्रोत्साहन मिलेगा : होम स्टे के लिए चुने गये गांवाें में राज्य सरकार निजी और लघु उद्योगों को भी प्रोत्साहित करेगी. हस्तकला पर आधारित सामग्रियों का निर्माण कराया जायेगा. इसके लिए स्थानीय लोगों को प्रशिक्षित किया जायेगा. तैयार हस्तकला पर्यटकों को बेचे जायेंगे. पूर्व में भी पलामू, हजारीबाग, गुमला, सरायकेला-खरसावां व पश्चिम सिंहभूम के 12 गांवों में पर्यटन केंद्र स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार से सहायता मांगी गयी थी. हालांकि, बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया था.
Posted By : Sameer Oraon