बालूमाथ. मगध कोलियरी परिसर में सोमवार का विस्थापित-प्रभावित ट्रक ओनर संघ की बैठक उपप्रमुख कामेश्वर राम की अध्यक्षता में हुई. इसमें वर्ष 2018 में निर्धारित भाड़ा लागू करने व ट्रकों का सीरियल करने पर विस्तार से चर्चा हुई. उपप्रमुख ने कहा कि मगध परियोजना अंतर्गत आनेवाले गांव के ग्रामीणों ने अपनी जमीन सीसीएल को दी है. रोजगार के लिए ट्रक खरीदा है. यहां ट्रक से ही कई परिवारों की रोजी-रोटी व रोजगार चलता है. विभिन्न कोल कंपनियों के ट्रांसपोर्टर निर्धारित भाड़ा नहीं दे रहे हैं. कोलियरी में बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश की गाड़ियों के कारण भाड़ा टूटते जा रहा है. बाहरी गाड़ियों से जहां सरकार को राजस्व की क्षति हो रही है, वहीं स्थानीय ट्रक मालिकों के समक्ष भी रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो रही है. लातेहार अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर ट्रकों का सीरियल करने की अनुमति मिल गयी है. ग्रामीणों व सीसीएल के बीच हुई वार्ता में जीएम व पीओ ने लिखित आश्वासन दिया था कि 25 हजार टन तक कोयले का उठाव ट्रक से किया जायेगा, पर ऐसा हो नहीं रहा. सीसीएल के साथ मिलकर ट्रांसपोर्टर 25 हजार टन कोयला का उठाव हाइवा से कर रहे हैं. उक्त सभी मांग पर कोई पहल नहीं हुई, तो आठ जुलाई से ट्रक मालिक अनिश्चितकालीन धरना देंगे. बैठक में शंभू साव, पारस उरांव, उमेश कुमार, राजेश राम, त्रिवेणी साव, सत्यनारायण साव, महेंद्र यादव, अरुण केसरी, खुशियाल साव, मदन कुमार, सुरेंद्र साव, पंकज केसरी, सुजीत उरांव, कलीम अंसारी आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है