जिले के सबसे बड़े सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था फेल
जिले के सबसे बड़े सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कई लोग दो दिन से चक्कर लगा रहे है.
लातेहार.जिले के सबसे बड़े सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कई लोग दो दिन से चक्कर लगा रहे है. लेकिन अल्ट्रासाउंड करने वाले चिकित्सक गायब है. दो दिन से लोग सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए पर्ची कटवा कर घूम रहे है लेकिन चिकित्सक के नही रहने से लोगों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है. ज्ञात हो कि गत 31 अगस्त को तत्कालीन उपायुक्त गरिमा सिंह गरिमा सिंह, उप विकास आयुक्त सुरजीत सिंह व सिविल सर्जन डॉ अवधेश सिंह ने अल्ट्रासाउंड मशीन का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के बाद उपायुक्त ने मौके पर कहा था कि अल्ट्रासाउंड मशीन सेवा सदर अस्पताल में चालू कर दिया गया है. अब जिले के जरूरतमंद लोग व गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिलनी शुरू हो गयी है. जिसके आधार पर उनका बेहतर इलाज संभव हो सकेगा. उन्होंने कहा था कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना सरकार का उद्देश्य है और इसके लिए कई स्तरों पर कार्य किया जा रहा है. मरीजों को बेहतर इलाज के लिए सरकारी अस्पताल से बाहर नहीं जाना पड़े, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. लेकिन उद्घाटन के तीन माह में ही अल्ट्रासाउंड से जांच की व्यवस्था सदर अस्पताल मे ध्वस्त हो गयी. मंगलवार को शहर के माको मोड निवासी जाकिर हुसैन समेत कई महिलाएं अल्ट्रासाउंड कराने आयी थी. लेकिन सभी बिना अलट्रासाउंड कराये ही वापस लौट गये. कई महिलाओं ने बाहर जाकर लगभग एक हजार रुपया खर्च कर अल्ट्रासाउंड कराया. ज्ञात हो कि डीएमएफटी की 43 लाख रुपये की राशि से अल्ट्रासाउंड मशीन की खरीदारी की गयी है. क्या कहते है सिविल सर्जन: इस संबंध मे सिविल सर्जन डॉ अवधेश सिंह ने कहा कि सरकारी स्तर पर किसी की नियुक्ति नहीं होने से परेशानी हो रही है. अल्ट्रासाउंड करने वाले डाक्टर अरुण कुमार को रखा गया था, लेकिन वह छोड़ कर भाग गया है. पलामू से एक डाक्टर को प्रतिनियुक्त किया गया है, जो सप्ताह मे तीन दिन आते हैं.
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