बदला लेने की नीयत से की गयी थी विजय की हत्या
शहर से सटे अलौदिया पंचायत के टूढ़ामू गांव में सोमवार की शाम विजय साव नामक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया था.
फोटो : 16 चांद 6 : अनुसंधान के क्रम में आरोपी को घटनास्थल लेकर पहुंची पुलिस. 16 चांद 10 : पत्नी के साथ मृतक विजय साव. चंदवा. शहर से सटे अलौदिया पंचायत के टूढ़ामू गांव में सोमवार की शाम विजय साव नामक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया था. शव देखने के बाद यह प्रतीत हो रहा था कि उसकी हत्या की गयी थी. महज 24 घंटे के भीतर चंदवा पुलिस ने मामले का खुलासा कर लिया है. इस संबंध में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी रंधीर कुमार ने बताया कि मृतक विजय साव की हत्या आपसी विवाद के बाद बदला लेने की नीयत से की गयी है. घटना में संलिप्त एक आरोपी राजेश मिश्रा पिता सुधीर मिश्रा (सरोज नगर, चंदवा) को पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से पटना से गिरफ्तार कर लिया है. श्री कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड में राजेश मिश्रा का भाई शक्ति मिश्रा भी संलिप्त है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी अभियान जारी है. पुलिस की मानें, तो पूछताछ में राजेश ने बताया कि विजय साव उसका दोस्त था. लगातार उसके घर आना-जाना रहता था. रविवार की दोपहर विजय साव व शक्ति मिश्रा के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. इसमें विजय ने शक्ति की पिटाई की थी. इससे आक्रोशित शक्ति रविवार की रात करीब दस बजे भाई राजेश के साथ विजय के घर पहुंचा. विजय ने जैसे ही घर का दरवाजा खोला. विजय के सिर पर धारदार हथियार से वार कर दिया. इससे वह बेसुध हो गया. इसके बाद लाठी-डंडे से पीटकर उसकी हत्या कर दी. आरोपी को लेकर घटनास्थल पहुंची पुलिस गिरफ्तार आरोपी राजेश मिश्रा को पटना से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस मंगलवार को उसे लेकर चंदवा पहुंची. यहां पूछताछ में राजेश ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. इसके बाद पुलिस की टीम राजेश को लेकर टुढ़ामू गांव स्थित घटनास्थल पहुंची. इसके अलावा राजेश के किराए घर पर भी जांच पड़ताल की. इस दौरान पुलिस ने घटनास्थल से खून से सना लाठी का टुकड़ा भी बरामद किया है. बताते चलें कि गिरफ्तार राजेश मिश्रा का आपराधिक इतिहास रहा है. वह पूर्व में भी जेल जा चुका है. हिंदू-मुस्लिम समाज ने मिलकर कराया अंतिम संस्कार सदर अस्पताल में अंत्यपरीक्षण के बाद विजय का शव मंगलवार को चंदवा लाया गया. विजय की पत्नी आरती कुमारी दिल्ली में काम करती है. पलायन के कारण उसके घर का कोई भी सदस्य यहां नहीं रहता. इसके बाद अलौदिया गांव के हिंदू-मुस्लिम समाज के प्रबुद्धजनों ने अंतिम संस्कार की तैयारी की. गांव में लोगों से संस्कार के लिए आर्थिक मदद ली गयी. मंगलवार की शाम टोरी रेलवे फाटक के समीप मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया. मृतक विजय साव का साला प्रवीण कुमार लोहरा ने मुखाग्नि दी. ग्रामीणों ने हत्याकांड में शामिल अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.
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