कार्ड व राशन के लिए चक्कर लगा रहे हैं ग्रामीण
प्रखंड में कई ऐसे गरीब परिवार हैं, जिनका राशन कार्ड अब तक नहीं बना है. कई परिवारों ने ऑनलाइन आवेदन देकर राशन बनाने के लिए प्रशासन द्वारा दिये गये सभी निर्देशों के आलोक में कागजात जमा करा दिये हैं.
महुआडांड़ : प्रखंड में कई ऐसे गरीब परिवार हैं, जिनका राशन कार्ड अब तक नहीं बना है. कई परिवारों ने ऑनलाइन आवेदन देकर राशन बनाने के लिए प्रशासन द्वारा दिये गये सभी निर्देशों के आलोक में कागजात जमा करा दिये हैं. कोरोना काल में ऐसे परिवारों को चिह्नित कर अप्रैल माह में 20 किलो चावल राशन के रूप में दिया गया था.
एक माह राशन मिलने के बाद दोबारा इन परिवारों को राशन नहीं दिया गया है. अनलॉक वन में सरकारी योजनाएं पूरी तरह शुरू नहीं हुई, जिससे ऐसे परिवारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति बनने लगी है. शुक्रवार को रेजिना सुषमा कुजूर, जसनिता तिग्गा, सीमा खलखो, निरूपा कुजूर, कृपा खाखा, अग्रेनसिया टोप्पो, एस्कोलिस्टिका एक्का, जीवंती, रजनी, रंजीता, सीमा, किरण व रेणु लता प्रखंड कार्यालय के बाहर अपना राशन कार्ड बनने की जानकारी लेने पहुंची थी.
जसनिता तिग्गा ने बताया कि हम मजदूर व गरीब परिवार से हैं. राशन कार्ड के लिए कई बार आवेदन दिया, परंतु आज तक राशन कार्ड नहीं बन पाया है. कुछ दिनों पूर्व कागज लेकर आॅनलाइन आवेदन जमा कराया है, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई है. इस संबंध में पूछे जाने पर बीडीओ सह एमओ टुडू दिलीप ने बताया कि सरकार के निर्देश पर अप्रैल माह में आॅनलाइन आवेदन के आधार पर चावल का वितरण किया गया था. दोबारा ऐसे आदेश नहीं प्राप्त हुआ है, आदेश मिलते राशन का वितरण किया जायेगा.