अंबादोहर के ग्रामीणों को नहीं मिल रहा जलमीनार का लाभ
कामता पंचायत समिति सदस्य अयूब खान ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान अंबादोहर गांव का निरीक्षण किया. यहां नल-जल योजना का जायजा लिया.
चंदवा़ कामता पंचायत समिति सदस्य अयूब खान ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान अंबादोहर गांव का निरीक्षण किया. यहां नल-जल योजना का जायजा लिया. ग्राम प्रधान प्रमोद भगत व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सुमन भगत के घर के समीप नल-जल योजना से लगी जलमीनार का पानी घरों तक नहीं पहुंच पा रहा है. प्रकाश उरांव के घर के समीप लगी जलमीनार का भी यही हाल है. धनेश उरांव के घर के समीप स्थित पुराना चापानल महीनों से खराब पड़ा है. जोबिया गांव में भी स्थिति खराब है. पेयजल के लिए ग्रामीण इधर-उधर भटक रहे है. पंसस ने कहा कि शिकायत के बाद भी नल-जल योजना में कोई सुधार नहीं हो रहा. उन्होंने उपायुक्त गरिमा सिंह से नल-जल योजना से लगी जलमीनार को दुरुस्त कराने की मांग की है. इस अवसर पर ग्राम प्रधान प्रमोद भगत, साजिद खान, प्रेमजीत उरांव आदि मौजूद थे.
एक माह से खराब पड़ी है जलमीनार
बरवाडीह. प्रखंड के छेछा पंचायत के होरीलोंग गांव में लगी तीन जलमीनार एक माह से खराब पड़ी है. इस वजह से ग्रामीण दूषित पानी पीने को मजबूर है. इस संबंध में भाकपा माले नेता कमलेश सिंह ने कहा कि गांव में जलमीनार लगा कर सरकारी राशि का बंदरबांट किया गया है. इस कारण हर घर जल योजना पूरी तरह फेल है. ग्रामीणों का कहना है कि जलमीनार खराब होने की शिकायत कई बार मुखिया और संबंधित विभाग के अधिकारियों से की गयी, लेकिन अब तक जलमीनार की मरम्मत नहीं हो सकी है. शनिवार को ग्रामीणों बीडीओ रेशमा रेखा मिंज को आवेदन देकर खराब पड़ी जलमीनार की मरम्मत कराने की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है