वार्ड सदस्य की हत्या के बाद आक्रोशित थे उलगड़ा के ग्रामीण
सदर थाना क्षेत्र के उलगड़ा निवासी व बालगोविंद साव की हत्या के बाद क्षेत्र के लोग सकते में हैं.
लातेहार. सदर थाना क्षेत्र के उलगड़ा निवासी व बालगोविंद साव की हत्या के बाद क्षेत्र के लोग सकते में हैं. झासंजमुमो के उग्रवादियों ने जिस तरह से लेवी को लेकर बालगोविंद साव की हत्या की है, उससे इलाके के लोग भी दहशत में आ गये हैं. बताया जाता है कि हत्या के बाद बालगोविंद का शव नदी के किनारे 14 घंटे तक पड़ा रहा. घटना के बाद ग्रामीण व परिजन आक्रोशित थे. ग्रामीणों ने पुलिस को मृतक के शव को घटनास्थल से उठाने से रोक दिया था. परिजनों का कहना था कि मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी के साथ 10 लाख रुपये का मुआवजा मिले. पुल निर्माण कार्य के ठेकेदार की ओर से सात लाख रुपये देने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा, फिर शव को परिजनों को सौंप दिया गया.
विधायक ने परिजनों को बंधाया ढांढ़स:
इधर, इस घटना की सूचना मिलने पर लातेहार विधायक प्रकाश राम उलगड़ा गांव पहुंचे और मृतक के परिजनों से मिले. विधायक ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है. इस सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को सरकारी प्रावधान के तहत उचित मुआवजा दिलाने का वह प्रयास करेंगे. इसके अलावा मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी दिलाने की मदद की जायेगी. उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन कंपनी से भी उचित मुआवजा दिलाने को लेकर बात की जायेगी. मौके पर थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिन्हा, पवन कुमार, अमित कुमार, मुरारी प्रसाद व राजदेव प्रसाद समेत कई लोग उपस्थित थे.कार्य छोड़ने के लिए परिवार बना रहे थे दबाव:
मृतक के पुत्र अरविंद साहू ने बताया कि पिछले कुछ माह से उनके पिता बालगोविंद साव और अन्य मुंशी को पुल निर्माण कार्य के दौरान कई बार फोन से धमकियां मिली थी. अरविंद ने बताया कि उग्रवादियों ने संवेदक को धमकी भी दी थी. लेवी का दबाव उनपर बनाया जा रहा था. धमकी के बाद घरवाल मुंशी का काम छोड़ने का दबाव बना रहे थे. इसे लेकर उन्होंने दिसंबर माह के बाद मुंशी का काम छोड़ने का निर्णय लिया था. गुरुवार की रात उग्रवादियों ने उनकी हत्या कर दी.छानबीन में जुटी पुलिस:
उलगड़ा गांव में हत्या के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और छानबीन में जुट गयी है. पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव के निर्देश पर पलामू से स्क्वायड डॉग की टीम को मंगाया गया. स्क्वायड डॉग ने घटनास्थल की जांच की और साक्ष्य इकट्ठे किये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है