विकास और पर्यावरण संरक्षण में संतुलन स्थापित कर सकता है लातेहार : डीडीसी
विकास और पर्यावरण संरक्षण में संतुलन स्थापित कर सकता है लातेहार : डीडीसी
लातेहार. समाहरणालय में सोमवार को उप विकास आयुक्त सुरजीत कुमार सिंह की अध्यक्षता में टास्क फोर्स-सस्टेनेबल जस्ट ट्रांजिशन (झारखंड सरकार), सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) व यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के संयुक्त तत्वावधान में कार्यशाला का आयोजन किया गया. मौके पर उप विकास आयुक्त कहा कि सस्टेनेबल एनर्जी ट्रांजिशन के परिपेक्ष्य में लातेहार के लिए आर्थिक विविधीकरण के पहलुओं पर आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक विकास और पर्यावरणीय लक्ष्यों को समान रूप से प्राथमिकता देना है. लातेहार दूरदर्शी दृष्टिकोण के साथ सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन स्थापित कर सकता है, जिससे जिले और राज्य का भविष्य उज्ज्वल सुरक्षित होगा. जिला परिवहन पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने कहा कि ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अक्षय ऊर्जा स्रोतों और अन्य वैकल्पिक क्षेत्रों जैसे कृषि, पर्यटन, और क्लीन टेक्नोलॉजी आधारित नये आर्थिक अवसरों व हरित नौकरियों को विकसित करना आवश्यक है. सीड के निदेशक अश्विनी अशोक ने कहा कि राज्य में क्लाइमेट रेसिलियंट इकोनॉमी के निर्माण के लिए जिला और क्षेत्रीय स्तर पर अध्ययन और एक्शन प्लान तैयार करना आवश्यक है. जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में लातेहार अत्यधिक संवेदनशील जिलों में से एक है और इसे एक भविष्योन्मुखी व न्यूनतम अर्थव्यवस्था में विकसित करना आवश्यक है. कार्यशाला में डीआरडीए निदेशक प्रभात रंजन चौधरी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन व जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेंब्रम समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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