किस्को मुख्य चौक के पास स्थित तालाब का खत्म हो रहा है अस्तित्व

किस्को-लोहरदगा़ : प्रखंड के मुख्य चौक पर स्थित वर्षों पुराना तालाब धीरे-धीरे खेल का मैदान बनता जा रहा है. आलम यह है कि यदि तालाब का जीर्णोद्धार जल्द नहीं कराया गया तो ग्रामीण यहां अपना जानवर बांधने लगेंगे. तालाब के समीप साप्ताहिक मंगल बाजार लगता है़ बाजार तथा स्थानीय दुकान का कूड़ा-करकट तालाब में फेंके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2017 1:32 PM
किस्को-लोहरदगा़ : प्रखंड के मुख्य चौक पर स्थित वर्षों पुराना तालाब धीरे-धीरे खेल का मैदान बनता जा रहा है. आलम यह है कि यदि तालाब का जीर्णोद्धार जल्द नहीं कराया गया तो ग्रामीण यहां अपना जानवर बांधने लगेंगे. तालाब के समीप साप्ताहिक मंगल बाजार लगता है़ बाजार तथा स्थानीय दुकान का कूड़ा-करकट तालाब में फेंके जाने के कारण तालाब भरने लगा है.
एक समय था जब प्रखंड मुख्यालय आने-जाने वाले ग्रामीण और बाजार आने वाले व्यापारी इस तालाब से लाभान्वित होते थे. मछली पालन के लिए उक्त तालाब काफी कारगर साबित हुआ था. हर साल तालाब से सरकार को लाखों रुपये का राजस्व भी मिलता था़ लेकिन पिछले कुछ वर्षों से तालाब के भरने के कारण पानी जमा नहीं हो पा रहा है. यही कारण है कि धीरे-धीरे तालाब का अस्तित्व अब समाप्त होने लगा है साथ ही सरकार को मिलनेवाले राजस्व का भी नुकसान हो रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि यह तालाब करीब सौ साल पुराना है. कुछ समय पहले तक लोग इसमें छठ पूजा भी करते थे़ परंतु लोगों में जागरूकता नहीं होने और प्रशासनिक लापरवाही के कारण इस तालाब का अस्तित्व मिटने लगा है.
इस मामले में बीडीओ सुरेंद्र उरांव का कहना है कि मुझे इस संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं है. इस तरह के अगर मामले हैं तो इसकी जांच की जायेगी. तालाब की लंबाई लगभग 200-300 वर्ग फिट में है. इस वर्ष प्रखंड में कुछ तालाबों का जिर्णोद्धार किया जाना है. मुख्य चौक पर स्थित तालाब का भी जीर्णोद्धार किया जायेगा. इसके लिए ग्रामीण आवेदन दें. तालाब का जीर्णोद्वार कराने की प्रक्रिया अपनायी जायेगी.
वहीं परहेपाट पंचायत की मुखिया सुखमनी लकड़ा का कहना है कि तालाब जीर्णोद्वार के लिए विभाग से बात की जायेगी साथ ही इसके प्रति लोगों को जागरूक किया जायेगा.

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