आज चीन, जापान और अमेरिका आदि देशों ने स्वदेशी अपना कर अपने को मजबूत बनाया है. हमें भी अपने जल, जंगल , जमीन और खनिज संपदा को स्वदेशी के माध्यम से उपयोग करना होगा. विदेशी कंपनियां उत्पाद बेच कर पैसे कमाने के उद्देश्य तक सीमित हैं और सबसे निम्न स्तर का उत्पाद चीन का निर्मित उत्पाद है, जो घोषित रूप से हमारा दुश्मन है.
इनका पूर्ण रूपेण बहिष्कार कर स्वदेशी अपना कर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है. सभी जवानों ने भारत माता की जय, वंदे मातरम के उद्घोष के साथ स्वदेशी उत्पाद प्रयोग करने और प्रतिदिन योग करने का संकल्प लिया. इस अवसर पर गिरीश प्रसाद, एस नागलिंगम, प्रवेश कटियार, पतंजलि के शिवशंकर सिंह, शिवराज कुमार, दिनेश, विकास गुप्ता, अनिल अग्रवाल, रघुनंदन, वनवासी कल्याण केंद्र के कृपा सिंह सहित संघ के कार्यकर्ता एवम समिति के सदस्य उपस्थित थे.