पर्यावरण को संरक्षित करने में आदिवासी समाज की भूमिका अहम : सुखदेव भगत

लोहरदगा: जिले में करमा का त्योहार भक्ति भाव एवं सौहार्द्र के साथ संपन्न हो गया. सुबह से महिलाओं ने उपवास पर रहकर रात्रि में करमा डाली गाड़ कर पूजा अर्चना की. इसके पूर्व पहान पुजार द्वारा विधिवत अनुष्ठान के बाद करमा डाली अखड़ा में पहुंचाया गया. नवयुवक सरना समिति द्वारा शहरी क्षेत्र के मैना बगीचा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2017 12:34 PM

लोहरदगा: जिले में करमा का त्योहार भक्ति भाव एवं सौहार्द्र के साथ संपन्न हो गया. सुबह से महिलाओं ने उपवास पर रहकर रात्रि में करमा डाली गाड़ कर पूजा अर्चना की. इसके पूर्व पहान पुजार द्वारा विधिवत अनुष्ठान के बाद करमा डाली अखड़ा में पहुंचाया गया. नवयुवक सरना समिति द्वारा शहरी क्षेत्र के मैना बगीचा के तत्वावधान में करमा पूजनोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची.

कार्यक्रम में विधायक सुखदेव भगत, पूर्व राज्य सभा सांसद धीरज प्रसाद साहु, उपायुक्त विनोद कुमार, पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस, एसडीओ राज महेश्वरम सहित जिले के कई आलाधिकारी पहुंचे थे. मौके पर विधायक सुखदेव भगत ने कहा कि करमा प्रकृति पर्व है. ये हमारी सांस्कृतिक धरोहर है तथा सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है. आदिवासी होने का हम सभी को गर्व करने की आवश्यकता है. आदिवासी समाज प्रकृति के पूजक हैं तथा प्रकृति से प्रेम करते हैं. पर्यावरण को संरक्षित करने में आदिवासी समाज की अहम भूमिका होती है.

पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहु ने कहा कि करमा भाई बहनों का त्योहार है. इस त्योहार में बहनें भाइयों की उन्नति के लिए दिनभर उपवास कर शाम में पूजा करती हैं. करमा का त्योहार सामुदायिकता का प्रतीक है. डीसी विनोद कुमार ने कहा कि करमा पर्व प्रकृति को बचाये रखने की हमें सीख देता है तथा समाज में आपसी भाइचारगी को और प्रगाढ़ करता है. एसपी कार्तिक एस ने कहा कि करमा का त्योहार प्रकृति से प्रेम का द्योतक है. हमें पर्यावरण को बचाने की दिशा में सकारात्मक प्रयास की सीख करमा पूजा से लेनी चाहिए.

नवयुवक सरना समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे अतिथि मांदर की थाप पर खूब झूमे. अतिथियों को पाहन पुजार द्वारा जावा भेंट किया गया. अतिथियों के मांदर बजाते ही उपस्थित लोग झूमने को विवश हो गये. मांदर की थाप बजते ही पूरा माहौल भक्तिमय हो गया. जिले के अन्य क्षेत्रों में भी करमा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. अधिकांश अखाड़ों में करम डाली की पूजा आदिवासी रीति रिवाज के साथ की गयी. पूजा पाठ के पश्चात रविवार को महिलाओं द्वारा नाच गान के साथ करमा डाली का विसर्जन किया गया. मौके पर एसडीपीओ अरविंद कुमार वर्मा, रंजीत लकड़ा, राजेंद्र खत्री, फिरोज राही, डॉ आइलिन, फादर नेम्हस एक्का, डॉ बीके पांडेय, सहादत हुसैन, हाजी सिकंदर, अनुपमा भगत, चंद्रपति भगत, सजीत लकड़ा, विजय जायसवाल, अनिल गुप्ता, बीके बालानिजप्पा, लखन मांझी, अशोक यादव, सुखैर भगत, सुधीर अग्रवाल, संजय वर्मन, सुबोध साहु, संदीप पोद्दार, अजित साहु, मोजीबुल, मोईन, अनिल कुमार, पवन गौतम, साहिद अहमद वेलू, आलोक साहु, कुणाल अभिषेक, सोनू कुरैशी, संजीव साहु, उदय केशरी, आयोजन समिति के अभिनव सिद्धार्थ, शाश्वत सिद्धार्थ, कार्तिक कुजूर, मनोज सोन तिर्की, दुर्गा भगत, दीपांकर, मनोज उरांव, सुकरा मास्टर, सोमा पाहन, सुमित सिन्हा सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे.

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