जनजाति समाज के लोग नशापान से दूर रहें : शीतल
लोहरदगा: बीएस कॉलेज स्टेडियम में राष्ट्र शक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता बिंदेश्वर उरांव ने की. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त आइजी शीतल उरांव, विशिष्ट अतिथि केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, जगेश्वर राम भगत, चैतू उरांव, चंद्रलेखा देवी उपस्थित थी. इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. मौके पर […]
लोहरदगा: बीएस कॉलेज स्टेडियम में राष्ट्र शक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता बिंदेश्वर उरांव ने की. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त आइजी शीतल उरांव, विशिष्ट अतिथि केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, जगेश्वर राम भगत, चैतू उरांव, चंद्रलेखा देवी उपस्थित थी. इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. मौके पर शीतल उरांव ने कहा कि वनवासी कल्याण केंद्र अपने पारंपरागत धर्म, संस्कृति की रक्षा, भाषा की रक्षा के लिए कार्यरत है.
धर्म, संस्कृति, भाषा को जीवंत रखने के लिए इस तरह का कार्यक्रम आवश्यक है. वनवासी कल्याण केंद्र गांवों को विकसित करने एवं सभी वर्गों के साथ सामाजिक समरसता स्थापित करने के लिए काम करता है.
सुदर्शन भगत ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ जनजातीय समाज के लोग उठायें. जनजातियों के विकास के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. कृपा प्रसाद सिंह ने कहा कि जनजातीय समाज की भाषा, संस्कृति एवं शिक्षा को बचाने के लिए वनवासी कल्याण केंद्र आश्रम की स्थापना कर कार्य कर रही है. बिंदेश्वर उरांव ने कहा कि जनजातीय समाज में अखड़ा, जतरा, धर्म, संस्कृति, भाषा को बचाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही विकास योजनाओं में सहभागी बनकर उसका लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने समाज की एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि जनजाति समाज के लोग नशापान से दूर रहे और शिक्षा के क्षेत्र में आ आगे आये.
शिक्षा से ही समाज एवं राज्य का विकास किया जा सकता है. कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें शामिल लोगों को पुरस्कृत किया गया. मंच का संचालन लक्ष्मी भगत ने किया. मौके पर ब्रजबिहारी प्रसाद, राजकिशोर महतो, नीरज नलिन, सच्चिदानंद अग्रवाल, शरतचंद्र आर्य, चैतु उरांव, बैजनाथ मिश्र, रामप्यारे यादव, प्रमोद प्रजापति, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अनिल गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.