सर्वे के चार साल बाद भी महादेव मंडा नहीं बना पर्यटनस्थल

कुड़ू : प्रखंड के सलगी पंचायत के नामुदाग गांव के समीप स्थित प्राचीन शिव मंदिर महादेव मंडा में आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद अच्छी खासी रहती है़ ऐसी मान्यता है कि बुढ़वा महादेव के दरबार में हाजरी लगाने वाले श्रद्धालुओं की मन्नत कभी खाली नहीं जाती है. महादेव मंडा में काफी दूर-दूर से श्रद्धालु आते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2018 8:30 AM
कुड़ू : प्रखंड के सलगी पंचायत के नामुदाग गांव के समीप स्थित प्राचीन शिव मंदिर महादेव मंडा में आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद अच्छी खासी रहती है़
ऐसी मान्यता है कि बुढ़वा महादेव के दरबार में हाजरी लगाने वाले श्रद्धालुओं की मन्नत कभी खाली नहीं जाती है. महादेव मंडा में काफी दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और पूजा-अर्चना कर मन्नत मांगते हैं. लेकिन श्रद्धालुओं की मन्नत पूरी करनेवाले बुढ़वा महादेव की तसवीर कब बदलेगी यह बताने वाला कोई नहीं है.
महादेव मंडा को पर्यटनस्थल के रूप में विकसित करने का सपना, सपना बन कर रह गया है. पर्यटन मंत्रालय की टीम चार साल पहले विभाग के मुख्य अभियंता के नेतृत्व में यहां आयी थी़
सर्वेक्षण करने के बाद जल्द ही काम शुरू कराने की बात कही गयी थी लेकिन चार साल में पर्यटन विभाग ने ना तो महादेव मंडा को पर्यटनस्थल के रूप मे विकसित कर पाया ना ही मूलभूत सुविधा बहाल कर पाया. इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है. बताया जाता है कि एक चरवाहे ने इसे खोज निकाला था और झोपड़ीनुमा मंदिर बना कर भोलेनाथ की पूजा शुरू करायी थी. यहां जिले के विभिन्न प्रखंडो के अलावा लातेहार, पलामू, गढ़वा, चतरा, रांची, खूंटी समेत अन्य जिलों से श्रद्धालु पूजा करने आते है़
निवर्तमान विधायक कमल किशोर भगत भी अपने कार्यकाल में पर्यटन मंत्रालय की टीम को महाशिवरात्रि के मौके पर लेकर यहां आये थे, सर्वेक्षण भी कराया था लेकिन कमल किशोर भगत के जेल जाते ही मामला अधर में लटक गया. पर्यटन मंत्रालय द्वारा महादेव मंडा में शेड व एक शौचालय बनाया गया है. पर्यटन मंत्रालय को यहां चाहरदीवारी, यात्री शेड, बैठने के लिए सीढ़ी, मंदिर के बगल में दुकाननुमा शेड का निर्माण कराना था
लेकिन एक-दो काम को छोड़ कर कोई काम नहीं हो पाया. सरकार और पर्यटन मंत्रालय की योजना थी कि मंदिर को पर्यटनस्थल के रूप मे विकसित करते हुए दुकान का निर्माण कराया जायेगा़ जिससे राजस्व बढ़ेगी़ लेकिन कोई काम नहीं होने से मामला अधर में लटक गया. इस संबंध में कुड़ू बीडीओ संतोष कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है. जिला से कुछ निर्देश मिलेगा तो काम किया जायेगा. बताया जाता है कि वन विभाग ने मंदिर के नाम पर जमीन भी आंवटित कर दिया है.

Next Article

Exit mobile version