झारखंड : जहां कभी दिन में जाने से हिचकते थे लोग, गूंजती थी गोलियां, वहां हो रही हैं फिल्मों की शूटिंग
जहां कभी बंदूक की गोलियां गूंजती थी, आज पर्यटकों की पहली पसंद कुड़ू : प्रखंड के नामुदाग गांव का मोगलदाहा नदी के पास कभी बंदूकों की गोलियां गरजती थी. उग्रवादियो के भय से क्षेत्र वीरान रहता था. रात में इलाके में जाना तो दूर, दिन में भी ग्रामीण उग्रवादियों की अनुमति के बगैर जाने से […]
जहां कभी बंदूक की गोलियां गूंजती थी, आज पर्यटकों की पहली पसंद
कुड़ू : प्रखंड के नामुदाग गांव का मोगलदाहा नदी के पास कभी बंदूकों की गोलियां गरजती थी. उग्रवादियो के भय से क्षेत्र वीरान रहता था. रात में इलाके में जाना तो दूर, दिन में भी ग्रामीण उग्रवादियों की अनुमति के बगैर जाने से डरते थे. वर्तमान में प्रखंड के सलगी पंचायत के नामुदाग गांव के समीप लोहरदगा-टोरी रेलवे लाइन के मोगलदाहा नदी पर बनी राज्य की दूसरी सबसे ऊंची पुलिया पर्यटकों की पहली पसंद बन गयी है. राज्य के हर जिले से पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं.
साथ ही विदेशी पर्यटक भी प्रकृति के मनोरम को निहार रहे है. पिछले दिनों विदेशी पर्यटक बेल्जियम से यहां पहुंचे थे. नागपुरी फिल्म से लेकर नागपुरी अलबम व हिन्दी फिल्म की शूटिंग भी यहां हो रही है. हिन्दी फिल्म मनु का सरेंडर की शूटिंग की गयी. फिल्म में बॉलीवुड के कई कलाकार यहां की प्रकृति की सुंदरता के कायल हो गये है.शुक्रवार को नागपुरी अलबम की शूटिंग की गयी.
रेलवे पुलिया के ऊपर व मोगलदाहा नदी के नीचे कई लघु फिल्म की शूटिंग हो चुकी है. मोगलदाहा नदी व रेलवे पुलिया को पर्यटन स्थल बनाने को लेकर जिले के उपायुक्त समेत कई आलाधिकारी पर्यटन स्थल बनाने का प्रस्ताव पर्यटन मंत्रालय को भेज चुके हैं. कुड़ू बीडीओ संतोष कुमार ने बताया कि मोगलदाहा नदी व रेलवे पुलिया का संपूर्ण विकास व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में काम चल रहा है.