सावधानी के साथ करें बचाव कार्य : विभाकर
लोहरदगा : सिठियो कोयल नदी में एनडीआरएफ की टीम ने बरसात के दिनों में बहते पानी से बचाव को लेकर राहत प्रशिक्षण दिया. मौके पर जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने बताया की बारिश के दिनों में कोयल नदियों में पानी का तेज बहाव होता है. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति बहता या डूबता नजर आये […]
लोहरदगा : सिठियो कोयल नदी में एनडीआरएफ की टीम ने बरसात के दिनों में बहते पानी से बचाव को लेकर राहत प्रशिक्षण दिया. मौके पर जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने बताया की बारिश के दिनों में कोयल नदियों में पानी का तेज बहाव होता है.
ऐसे में यदि कोई व्यक्ति बहता या डूबता नजर आये तो उसकी सहायता तत्काल करनी चाहिए. लेकिन ध्यान इस बात का रखना है कि हम स्वयं सुरक्षित हैं या नही़ं उन्होंने बताया कि पहले तो सेफ्टी कीट का इस्तेमाल करें. सुविधा नहीं रहने पर कमर में रस्सा बांध कर ही बहते पानी में जाना चाहिए. संभव हो तो ट्युब का सहारा लिया जा सकता है. प्रशिक्षण में बतलाया गया कि कोयल नदी के तेज बहाव में जाना हो तो खाली बोतल या नारियल को भी सही तरीके से बांध कर पानी के बहाव में घुसा जा सकता है. उन्होंने बताया कि कोई भी घटना कभी भी हो सकती है.
ऐसे में हमें शांत दिमाग के साथ राहत कार्य चलाना चाहिए. यदि कोई व्यक्ति डुबते में पानी पी गया हो तो प्राथमिक उपचार के बाद ही उसे छोड़ें. उसके पेट को दबायें ताकि उसका पानी निकल सके. इसके अलावा उस व्यक्ति को पेट के बल पर सुलाना चाहिए. बताया गया कि अनायास बहते पानी में घुसना नहीं चाहिए. इस अवसर पर अन्य कई जानकारियां दी गीय. मौके पर एनडीआरएफ टीम के निरीक्षक वीरेंद्र राठौर, कार्तिकेश्वर साहू आदि मौजूद थे.