आधार लिंक करने में गड़बड़ी खाते से निकाला एक लाख दो हजार

कुड़ू : भारतीय स्टेट बैंक बरवाटोली चंदवा शाखा से चंदलासो गांव निवासी जेरका उरांव के खाते से एक लाख दो हजार रुपये निकाले जाने का मामला प्रकाश में आया है. जेरका उरांव पैसा वापसी के लिए कभी बैंक तो कभी पैसा निकालने वाले के यहां चक्कर लगा रहा है. जेरका उरांव ने एसबीआइ बरवाटोली चंदवा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2018 4:36 AM

कुड़ू : भारतीय स्टेट बैंक बरवाटोली चंदवा शाखा से चंदलासो गांव निवासी जेरका उरांव के खाते से एक लाख दो हजार रुपये निकाले जाने का मामला प्रकाश में आया है. जेरका उरांव पैसा वापसी के लिए कभी बैंक तो कभी पैसा निकालने वाले के यहां चक्कर लगा रहा है.

जेरका उरांव ने एसबीआइ बरवाटोली चंदवा शाखा में खाता खुलवाया था. वह ठेला पर चना व अन्य सामान बेच कर किसी प्रकार अपने परिवार का जिविकोपार्जन करता है. ठेला चला कर अपने बचत खाते में किसी प्रकार पैसा जमा कर रहा था.
14 फरवरी 2016 को जेरका ने अपने बचत खाता से आधार लिंकेज के लिए आधार कार्ड का फोटोकाॅपी बैंक को दिया. 15 फरवरी 2016 को उसका बचत खाता से आधार लिंकेज हो गया. जेरका जनवरी 2018 में पैसा निकालने बरवाटोली शाखा पहुंचा़ यहां उसे पता चला कि उसके खाते में महज 348 रुपये बचा है. जब उसने पासबुक अपडेट कराया तो पता चला कि उसके बचत खाते से 20 बार में ई पाॅस मशीन से एक लाख दो हजार रुपये की निकासी की गयी है.
बैंक में लिखित शिकायत करने के बाद बैंक कर्मियों ने बताया कि जेरका उरांव के बचत खाते से किसी दूसरे ग्राहक का आधार लिंकेज हो गया है. आधार लिंकेज के बाद दूसरे खाताधारक ने इ पाॅस मशीन में अंगूठा लगा कर 20 बार में एक लाख दो हजार रुपये की निकासी की है़ जेरका ने बताया कि बच्चे बाहर पढ़ते हैं, उनको पैसा भेजने के लिए पैसा निकालने गये तब मामले की जानकारी हुई. इस संबंध में एसबीआइ बरवाटोली चंदवा शाखा प्रबंधक एसके हेम्ब्रम ने बताया कि जेरका उरांव के बचत खाता से किसी दूसरे ग्राहक का आधार लिंकेज हो गया था. इ पाॅस मशीन में आधार कार्ड नंबर डालने तथा अंगूठा लगाने के बाद नाम नहीं आता है. इसी कारण दूसरे ने पैसा निकाला है. जिस ग्राहक ने पैसा निकाला है इसकी जांच चल रही है. जेरका उरांव को पैसा दिलाया जायेगा. किसकी लापरवाही से जेरका उरांव के बचत खाते में दूसरे खाताधारक का आधार लिंकेज हुआ इसकी जांच चल रही है. इस घटना के बाद से जेरका उरांव समेत उसका पूरा परिवार परेशान है. उसके बच्चों की पढ़ाई अधर में लटक गयी है.

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