कैसे सफल होगा मनरेगा

रोजगार सेवक से लेकर तकनीकी अधिकारी नहीं प्रखंड के 14 पंचायतों में 40 अधिकारियों, कर्मचारियों की आवश्यकता तकनीकी अधिकारी नहीं कुडू (लोहरदगा) : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट कुडू प्रखंड में कैसे सफल हो पायेगा, बड़ा सवाल बनता जा रहा है. मनरेगा के सफल संचालन के लिए प्रखंड के 14 पंचायतों में 40 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2014 4:35 AM

रोजगार सेवक से लेकर तकनीकी अधिकारी नहीं

प्रखंड के 14 पंचायतों में 40 अधिकारियों, कर्मचारियों की आवश्यकता

तकनीकी अधिकारी नहीं

कुडू (लोहरदगा) : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट कुडू प्रखंड में कैसे सफल हो पायेगा, बड़ा सवाल बनता जा रहा है. मनरेगा के सफल संचालन के लिए प्रखंड के 14 पंचायतों में 40 अधिकारियों, कर्मचारियों की आवश्यकता है. वर्तमान हाल यह है कि तकनीकी अधिकारी एक भी नहीं है. जिले के अन्य विभागों में कार्यरत तकनीकी अधिकारियों से काम कराया जा रहा है. कृषि कार्य के लिए नियुक्त जनसेवकों से मनरेगा का काम लिया जा रहा है.

एक-एक पंचायत सचिव के कंधों पर तीन-तीन पंचायतों में संचालित विकास कार्यो को पूर्ण कराने की जिम्मेवारी है. कार्यक्रम पदाधिकारी से लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद खाली पड़े हैं. सवाल उठता है कि इस हालत में मनरेगा से संचालित सिंचाई कूप से लेकर तालाब मरम्मती कार्य निर्धारित समय में कैसे पूर्ण होगा. मजदूरों को कैसे निर्धारित समय में मजदूरी भुगतान होगा.

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