सीआरपीएफ ने मनाया शौर्य दिवस
लोहरदगा : सीआरपीएफ 158 बटालियन कैंप में शौर्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता सीआरपीएफ 158 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार गुप्ता ने की. कार्यक्रम में सर्वप्रथम कमांडेंट मनोज कुमार गुप्ता ने क्वार्टर गार्ड पर सलामी ली. इस मौके पर उन्होंने शौर्य दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि 9 अप्रैल […]
लोहरदगा : सीआरपीएफ 158 बटालियन कैंप में शौर्य दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता सीआरपीएफ 158 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार गुप्ता ने की. कार्यक्रम में सर्वप्रथम कमांडेंट मनोज कुमार गुप्ता ने क्वार्टर गार्ड पर सलामी ली. इस मौके पर उन्होंने शौर्य दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि 9 अप्रैल 1965 को प्रारंभ में कच्छ के रन की सीमा पर पाकिस्तान के डेजर्ट हॉक हमलावार योजना के तहत पाकिस्तान की 51वीं इंफैंट्री ब्रिगेड के 3500 जवानों ने हमाला किया. इस हमले में 18वीं पंजाब बटालियन, 8वीं फंट्रीयर राइफल्स तथा बलूच बटालियन शामिल थे.
जिसे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 2वीं बटालियान की चार कंपनियों ने अपना अदम्य साहस दिखाते हुए सीमित गोला बारूद और हथियारों की मदद से वीरगति को प्राप्त होने तक विरोधी सेना को भारी नुकसान पहुंचाते हुए वापस लौटने पर मजबूर कर दिया.
इस साहस और शौर्य से प्रभावित होते हुए तत्कालीन गृहमंत्री ने इसे पुलिस युद्ध के बजाये मिलिट्री युद्ध की उपयुक्त संज्ञा दी थी. इसी की याद में सीआरपीएफ 158 बटालियान द्वारा प्रत्येक वर्ष शौर्य दिवस विधिवत ढंग से मनाया जाता है. मौके पर कमांडेंट ने सैनिकों की समस्याओं का भी त्वरित निष्पादन किया. संध्या में वाहिनी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया़ इसमें कैंप के जवान बढ़-चढ़ कर भाग लिये. मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी राजेश चौहान, उप कमांडेंट अमरेंद्र तिवारी, चिकित्सा अधिकारी डॉ सीएस पटेल सहित कैंप के जवान मौजूद थे.