गोपी कुंवर
लोहरदगा : कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत लोहरदगा स्थित अपने आवास में कार्यकर्ताओ को साथ सुबह छह बजे चुनावी रणनीति तैयार करने लगते हैं.
बैठक में उनकी पत्नी सह लोहरदगा नगर परिषद अध्यक्ष अनुपमा भगत भी मौजूद हैं. सभी को चाय पिलायी जाती है, श्री भगत अपने बड़े भाई दुर्गा भगत का आशीर्वाद लेकर 10 बजे जनसंपर्क अभियान में निकलते हैं. पचपदा नरकोपी में आदिवासी समाज की बैठक में शामिल होते हैं. गाड़ियों का काफिला लापुंग की ओर निकल जाता है. लापुंग साई मंदिर में सहयोगी संजय पांडेय पहले से मौजूद हैं.
मंदिर में पूजा अर्चना के बाद खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण कर दो बजे निकलते हैं. लापुंग गटटा टोली में बड़ी सभा है. 2.30 बजे सभा स्थल पर पहुचते हैं. सुखदेव भगत भाषण में सादरी में भाषण देते हैं. कहते हैं : इ सरकार हमीन के कुकुर बुझथे, लेकिन हमीन बीरनी के खोता हकी. जम कर ताली बजती है.
गाड़ी कोयसरा गांव में पहुचती है वहां पता चलता है कि लालू उरांव की पतोहू का निधन हो गया है. सभी वहां जाते हैं और शोक संवेदना व्यक्त करते हैं. बाहर निकलने हैं, रास्ते में कुछ युवा खड़े हैं. बंधु तिर्की उन्हे बुलाते हैं और कहते हैं परणाम करो, यही एमपी साहब है. यहीं तुमलोगो को नौकरी देगा. देव गांव बाजार से सरसा गांव में मुखिया संतोष तिर्की के घर भोजन के बाद शाम सवा पांच बजे बेड़ो में एपी ढाबा में जेएमएम कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होती है.
काफिला शाम के सात बजे नरकोपी पहुचता है. जहां बड़ी संख्या में लोग गैस लाइट जला कर इंतजार कर रहे हैं. पगड़ी पोशी कर स्वागत होता है. लोग बताते है कि कुछ लोग वोट काटने के लिए चुनाव में खड़े हैं, वे भाजपा के एजेंट हैं. रात 8:15 बजे चान्हो में बैठक होती है. मौसम बिगड़ता है. रात 10 बजे वहां से निकलते हैं. रास्ते में लोगों से मिलते-जुलते रात 1:30 बजे अपने घर पहुचते हैं