नहर में पानी नहीं छोड़ने से सूखने लगी सब्जियां
कैरो/लोहरदगा : कैरो प्रखंड स्थित नंदनी जलाशय से निकली तीनों नहरों में पानी बंद कर दिये जाने के कारण नहर किनारे खेतों में लगी सब्जी की खेती बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गयी है. तीनों नहरों में प्रवाहित जल को देखकर किसान नहर नीचे के खेतों में सब्जी की खेती लगा चुके हैं. खेती […]
कैरो/लोहरदगा : कैरो प्रखंड स्थित नंदनी जलाशय से निकली तीनों नहरों में पानी बंद कर दिये जाने के कारण नहर किनारे खेतों में लगी सब्जी की खेती बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गयी है. तीनों नहरों में प्रवाहित जल को देखकर किसान नहर नीचे के खेतों में सब्जी की खेती लगा चुके हैं. खेती भी लहलहा रही है, लेकिन इन दिनों नहरों में पानी बंद कर दिये जाने के कारण सब्जी की खेती सूखने लगी है.
कैरो प्रखंड क्षेत्र के आकाशी, नरौली, एडादोन, सढाबे, कैरो, उतका, गजनी, खंडा सहित अन्य गांव के किसान अपने खेतों में मिर्चा, टमाटर, खीरा, ककड़ी, कद्दू, बंधगोभी, शिमला मिर्च, बीन, करेला, बैगन, मक्का, गोंगरा-झिंगी आदि की खेती लगा चुके हैं. किसानों को उम्मीद थी कि नहरों में पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ा जायेगा. खेती को नुकसान नहीं होगा, लेकिन बीच में पानी बंद कर देने से फसल सूखने लगी है. अपने खेतों में लगी खेती को सूखता देख किसान परेशान हैं.
किसानों का कहना है कि नंदनी जलाशय में पर्याप्त मात्रा में पानी है, इसके बावजूद विभाग द्वारा पानी नहीं छोड़े जाने से किसानों को आर्थिक क्षति के साथ साथ मानसिक परेशानी झेलना पड़ रहा है. नंदनी एवं कंदनी नदी किनारे लगी फसल का पटवन तो लोग नदी में गड्ढा खोद कर ले रहे हैं. इसमें भी किसानों को काफी खर्च पड़ जा रहा है.
जेसीबी मशीन लगाकर नदी के बीच बीच में गड्ढा खोदा गया है. आर्थिक लाभ के लिए महंगे बीज एवं खाद लगाकर किसान खेती तो लगाये लेकिन पानी नहीं मिलने से फसल बर्बाद हो रही है. गौरतलब है कि पिछले वर्ष नहरों में पानी छोड़ा गया था. सब्जी की खेती किसानों कर अच्छा मुनाफा कमाया था.