महिलाओं के लिए आय का साधन है मशरूम उत्पादन
लोहरदगा : ग्राम स्वराज संस्थान के सभागार में आजीविका एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम के सात दिवसीय प्रशिक्षण का चौथा बैच शुरू हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन पीटर तिग्गा तथा जर्नादर साहू ने किया. मौके पर विक्रम कुमार ने कहा कि नाबार्ड के सहयोग से सेन्हा प्रखंड के सिठियो तथा बरही गांव में 15 स्वयं सहायता समूह […]
लोहरदगा : ग्राम स्वराज संस्थान के सभागार में आजीविका एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम के सात दिवसीय प्रशिक्षण का चौथा बैच शुरू हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन पीटर तिग्गा तथा जर्नादर साहू ने किया. मौके पर विक्रम कुमार ने कहा कि नाबार्ड के सहयोग से सेन्हा प्रखंड के सिठियो तथा बरही गांव में 15 स्वयं सहायता समूह की 150 महिलाओं को मशरूम उत्पादन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मशरूम उत्पादन में 30-30 महिलाओं के पांच बैच को प्रशिक्षण दिया जायेगा.
प्रशिक्षण में तीन प्रकार के मशरूम आयस्टर, दुधिया एवं बटन में प्रशिक्षण के साथ उत्पादन तथा मार्केटिंग में मदद करने की बात बतायी गयी. जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी. पीटर तिग्गा ने कहा कि नाबार्ड महिलाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से आजीविका से जोड़ती है. मशरूम उत्पादन महिलाओं के लिए आय का साधन है.
उन्होंने कहा कि मशरूम एंटी ऑक्सीडेंट एवं विभिन्न बीमारियों से लड़ने में सहायक होता है. मशरूम खाने से कैंसर, डायबिटिज नहीं होती है. मौके पर जर्नादन साहू ने कहा कि एलजीएसएस और नाबार्ड महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का अच्छा प्रयास कर रही है. सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं से महिलाओं को आर्थिक स्थिति को मजबूत करने तथा लाभ उठाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. मौके पर दीपक उरांव,धीरेंद्र कुमार सहित महिला समूह की महिलाएं मौजूद थी.