गोपी कुंवर, लोहरदगा
उपायुक्त आकांक्षा रंजन की अध्यक्षता में आज उग्रवादी हिंसा प्रभावित लोगों के परिजनों को मुआवजा/नौकरी आदि आवेदन को लेकर बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक में दो मामले सामने आए. पहला मामला सेरेंदाग थाना के कांड संख्या 01/19 के अंतर्गत वीरेंद्र खरवार का रहा. इसमें उग्रवादियों द्वारा बिछाये गये लैंडमाइंस की चपेट में आने से वीरेंद्र एक पैर से स्थायी रूप से विकलांग हो गये थे. वीरेंद्र द्वारा मुआवजा राशि की मांग की गयी.
दूसरा मामला बगड़ू थाना अंतर्गत कांड संख्या 14/19 का था. जिसमें दिलीप भगत नामक शख्स की उग्रवादियों ने 31 मई की रात गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में दिलीप भगत के पुत्र बबलू भगत द्वारा मुआवजे व सरकारी नौकरी की मांग की गयी थी.
बैठक में दोनों मामलों से संबंधित आवश्यक कागजात की जांच की गयी. कांड संख्या 14/19 के मामले में उपायुक्त द्वारा सामान्य शाखा प्रभारी को गृह विभाग से जरूरी मंतव्य लेने का निदेश दिया गया. वहीं कांड संख्या जनवरी 2019 के मामले में मुआवजा राशि भुगतान के लिए एक अनुशंसा पत्र गृह विभाग को भेजे जाने का निदेश सामान्य शाखा प्रभारी को दिया गया.
बैठक में उपविकास आयुक्त आर रॉनिटा, अपर समाहर्त्ता अंजनी मिश्रा, पुलिस अधीक्षक प्रियदर्शी आलोक, अनुमंडल पदाधिकारी ज्योति झा, जिला कल्याण पदाधिकारी मधुमती कुमारी और सामान्य शाखा प्रभारी नारायण राम उपस्थित थे.