कोयला डंपिंग यार्ड का मामला संसद में उठा

सांसद की मांग पर संसदीय कार्य मंत्री ने तत्काल पहल करने तथा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया कुड़ू : सांसद सुदर्शन भगत ने सोमवार को लोकसभा में प्रखंड के बड़की चांंपी स्थित कमले कोयला डंपिंग यार्ड से कमले गांव के ग्रामीणों को हो रही समस्या का मामला उठाया. सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2019 12:49 AM

सांसद की मांग पर संसदीय कार्य मंत्री ने तत्काल पहल करने तथा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया

कुड़ू : सांसद सुदर्शन भगत ने सोमवार को लोकसभा में प्रखंड के बड़की चांंपी स्थित कमले कोयला डंपिंग यार्ड से कमले गांव के ग्रामीणों को हो रही समस्या का मामला उठाया. सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को बताया है कि बड़की चांपी कमले कोयला डंपिंग यार्ड से कोयले के कारोबार से कमले, बड़की चांंपी, छोटकी चांंपी,जरियो सहित आसपास के हजारों ग्रामीण कोयले के उड़ते कण व वाहनों से उड़नेवाले धूल व प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं.
क्षेत्र के ग्रामीण दमा, टीबी सहित अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. गांव के कच्ची सड़कों पर कोयला लदे भारी वाहनों के आवागमन से कच्ची सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. जिसके कारण दुर्घटना में काफी बढ़ोतरी हुआ है़ दर्जनों ग्रामीण दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं. प्रदूषण रोकने के लिए डंपिंग यार्ड कंपनी खुलेआम खनन नीति का उल्लंघन कर रही है़ डंपिंग यार्ड से स्थानीय ग्रामीणाें को कोई रोजगार नहीं मिल रहा है. प्रदूषण रोकने के लिए डंपिंग यार्ड में कार्यरत कंपनी द्वारा कोई उचित प्रबंध नहीं किया गया है. इन सब बातों को जानते हुए भी जिला प्रशासन आंखें मूंदे हुए है.
प्रदूषण से हजारों ग्रामीण प्रभावित हो रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन ने कोई संज्ञान दो वर्षों से नहीं लिया है नतीजा ग्रामीण गंभीर बीमारी से ग्रसित होकर दम तोड़ रहे हैं. ग्रामीणों ने दर्जनों बार कोल डंपिंग यार्ड को बंद कराने के लिए विरोध प्रदर्शन किया है. लेकिन कोयले का कारोबार जारी है. उन्होंने कहा कि जनता की मांग पर कोल डंपिंग यार्ड को जनहित में बंद किया जाये या इसे दूसरे जगह स्थानांतरित किया जाये. सांसद सुदर्शन भगत की मांग पर संसदीय कार्य मंत्री ने तत्काल पहल करने तथा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

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