रख-रखाव के अभाव में स्टेडियम हुआ बदहाल
राज्य स्तरीय कई प्रतियोगिता का यहां हो चुका है आयोजन लोहरदगा :कभी लोहरदगा जिला की शान माने जाने वाला ललित नारायण स्टेडियम आज अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है. पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की याद में इस स्टेडियम की स्थापना शिव प्रसाद साहू तथा शहर के अन्य प्रबुद्ध व्यक्तियों […]
राज्य स्तरीय कई प्रतियोगिता का यहां हो चुका है आयोजन
लोहरदगा :कभी लोहरदगा जिला की शान माने जाने वाला ललित नारायण स्टेडियम आज अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है. पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की याद में इस स्टेडियम की स्थापना शिव प्रसाद साहू तथा शहर के अन्य प्रबुद्ध व्यक्तियों के प्रयास से सन् 1974-75 में की गयी थी. यहां वर्षों तक खेलकूद होता रहा.
कई राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं हुई़ इसमें राज्य के विभिन्न जिलों से खिलाड़ी यहां आ कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किये. सब ने कहा था कि इतना बढ़िया स्टेडियम शायद ही कहीं है. लेकिन रख-रखाव के अभाव में यह स्टेडियम धीरे-धीरे जर्जर होता गया.
विधायक सुखदेव भगत ने तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की से अनुरोध कर इस स्टेडियम के जिर्णोद्धार की स्वीकृति दिलायी. काम भी शुरू हुआ और मेसो को इसके जिर्णोद्धार की जिम्मेवारी दी गयी. लेकिन वहां के अधिकारियों ने काम कराने की जिम्मेवारी एक बिचौलिये को दे दी. काम घटिया हुआ और एक दिन जोर से हवा चली तो स्टेडियम की गैलेरी में लगाया गया शेड गैलेरी सहित उड़ गया. मामले की जानकारी जिला प्रशासन को हुई तो घोटाले की पोल खुली. कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता जेल भेजे गये और मामला न्यायालय में चला गया.
वर्षों गुजर जाने के बाद भी इसमें कोई काम नहीं हुआ. यह स्टेडियम आज बिल्कुल जर्जर हो चुका है. यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है. आवारा पशु विचरण करते रहते हैं. लेकिन इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दे रहा है. हजारों खिलाड़ी आशा भरी निगाह से अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की ओर टकटकी लगाये है़ं शायद कोई इस पर ध्यान दे और इस स्टेडियम की दशा सुधरे. लोहरदगा शहर के बीचोबीच स्थित ललित नारायण स्टेडियम कभी उस इलाके की रौनक हुआ करती थी. लेकिन आज यह खंडहर में तब्दील हो गया है.