लोहरदगा में आजसू और भाजपा आमने-सामने, छतरपुर से आजसू ने किशोर को उतारा, भाजपा को ऐतराज, आज आयेंगे ओम माथुर
दिल्ली/रांची : एनडीए फोल्डर में सीटों का विवाद सुलझता नहीं दिख रहा है. बुधवार को भी भाजपा और आजसू के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी. सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने आजसू को 10 सीटों का प्रस्ताव दिया था. साथ ही तीन अन्य सीटों पर फ्रेडली फाइट की बात हुई थी. यहां तक सबकुछ […]
दिल्ली/रांची : एनडीए फोल्डर में सीटों का विवाद सुलझता नहीं दिख रहा है. बुधवार को भी भाजपा और आजसू के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी. सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने आजसू को 10 सीटों का प्रस्ताव दिया था.
साथ ही तीन अन्य सीटों पर फ्रेडली फाइट की बात हुई थी. यहां तक सबकुछ ठीकठाक था, लेकिन आजसू के नये कदम से उलझन बढ़ गयी है. भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज राधाकृष्ण किशोर ने बुधवार को आजसू के सिंबल पर छतरपुर से नामांकन दाखिल कर दिया. अब आजसू ने भाजपा को इस सीट पर भी फ्रेंडली फाइट का प्रस्ताव दिया है.
सूत्रों के अनुसार भाजपा इससे नाराज है. आजसू ने छतरपुर के अलावा लोहरदगा और हुसैनाबाद से भी उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं, भाजपा ने भी लोहरदगा और छतरपुर सीट पर प्रत्याशी दे दिया है. लोहरदगा से भाजपा ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे सुखदेव भगत को उतारा है.मंगलवार रात एक बजे भाजपा नेतृत्व ने उन्हें चुनाव लड़ने का निर्देश दिया.
इसके बाद श्री भगत ने बुधवार को लोहरदगा से बतौर भाजपा प्रत्याशी नामांकन दाखिल किया. इधर, पार्टी के मिलन समारोह में आजसू अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा : मुझे भाजपा के निर्णय का इंतजार है. आधिकारिक तौर पर भाजपा की आेर से प्रस्ताव आने के बाद ही कुछ बोलूंगा.
मैं पहले ही अपनी बातों से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को अवगत करा चुका हूं. लोहरदगा और चंदनकियारी सीट पूर्व से ही गठबंधन में हमारा हिस्सा रही हैं. मैंने प्रस्ताव दिया था कि जो जहां मजबूत है, वह वहां से चुनाव लड़े. पार्टी के अध्यक्ष होने के नाते मेरी जवाबदेही है कि संगठन को लेकर आगे बढ़ूं. मैंने ज्वाइंट मेनीफेस्टो की बात भी कही थी.
दोस्ताना संघर्ष की सीटें बढ़ने से भाजपा हैरान
गठबंधन तोड़ने का ठीकरा कोई भी अपने ऊपर लेने को तैयार नहीं है. भाजपा की ओर से अब भी गठबंधन और कुछ सीटों पर दोस्ताना संघर्ष पर सहमति बनने की बात कही जा रही है, लेकिन आजसू की ओर से भाजपा के बागी उम्मीदवारों को सिंबल देने से आलाकमान हैरान हैं.
सूत्रों के मुताबिक मंगलवार देर रात तीन सीटों पर दोस्ताना संघर्ष की सहमति बनी थी. इसके बाद ही देर रात भाजपा की ओर से सुखदेव भगत को फोन कर पार्टी का सिंबल लेकर नामांकन करने को कहा गया था.
हालांकि, इसी बीच बुधवार को छतरपुर से आजसू के टिकट पर भाजपा के बागी राधाकृष्ण किशोर के नामांकन कर दिया. इससे भाजपा नेतृत्व नाराज है. भाजपा ने इस सीट से पूर्व सांसद मनोज कुमार की पत्नी पुष्पा देवी को मैदान में उतारा है. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक गठबंधन में ‘वन वे कम्युनिकेशन’ नहीं चलता है.
एक बार जब बात फाइनल होती है, उसी आधार पर पार्टी के कार्यकर्ता और टिकट चाहनेवाले को भी मैसेज दिया जाता है. ऐसा नहीं होता है कि रात में कुछ और बात हो और सुबह में कुछ और बात हो. उक्त नेता के मुताबिक, यदि आजसू गठबंधन धर्म का पालन करती है, तो ठीक है, अन्यथा भाजपा भी अपना अलग रास्ता अख्तियार करने को स्वतंत्र होगी.
सुदेश की दो टूक : मैंने कह दी है अपनी बात, मुझे भाजपा के निर्णय का इंतजार
पहले चरण में तीन सीटों पर आजसू प्रत्याशी हुसैनाबाद में भाजपा ने नहीं दिया प्रत्याशी
मुख्यमंत्री ने की बैठक
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार शाम भाजपा प्रदेश मुख्यालय में बैठक की. उन्होंने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों, चुनाव संयोजकों और संबंधित जिलाध्यक्षों के साथ रणनीति पर चर्चा की. साथ ही जीत के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये.
सहयोगियों को विश्वास में ले भाजपा : चिराग पासवान
भाजपा वार्ता करती, तो कुछ सीटों पर मान जाते, पर पार्टी को वर्ष 2014 की तर्ज पर एक सीट मंजूर नहीं. भाजपा को सहयोगियों को विश्वास में लेकर तरजीह देनी चाहिए. ये बातें लोजपा अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने झारखंड चुनाव के संदर्भ में दिल्ली में कही.
आज आयेंगे माथुर
भाजपा के विधानसभा चुनाव प्रभारी ओम माथुर गुरुवार की सुबह रांची पहुंचेंगे़ चुनावी रणनीति को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे़ इस बैठक में गठबंधन को लेकर भी चर्चा होगी़ आजसू के गठबंधन से दूर रहने पर क्या रणनीति होगी, यह तय होगा.