पतगच्छा गांव के सैकड़ों लोगों ने सदर अस्पताल में किया आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन
जिला प्रशासन से मुआवजा की मांग को लेकर पहुंचे थे लोग लोहरदगा : पेशरार थाना के केकरांग घाटी में हुए लैंड माइंस विस्फोट में 14 वर्षीय जमुना उरांव की मौत के बाद पतगच्छा गांव की सैकड़ों महिला, पुरुष व बच्चे हाथ में लाठी डंडा लेकर सदर अस्पताल में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने उग्रवादियों द्वारा […]
जिला प्रशासन से मुआवजा की मांग को लेकर पहुंचे थे लोग
लोहरदगा : पेशरार थाना के केकरांग घाटी में हुए लैंड माइंस विस्फोट में 14 वर्षीय जमुना उरांव की मौत के बाद पतगच्छा गांव की सैकड़ों महिला, पुरुष व बच्चे हाथ में लाठी डंडा लेकर सदर अस्पताल में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने उग्रवादियों द्वारा बिछाये गये लैंड माइंस की चपेट में आकर बच्ची की हुई मौत के बाद जिला प्रशासन के उपेक्षात्मक रवैया के कारण आक्रोशित थे.
उन्होंने जिला प्रशासन से उचित मुआवजा की मांग को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे. महिलाओं का कहना था की लकड़ी चुनने गयी लड़की की मौत उग्रवादियों द्वारा बिछाये गये लैंड माइंस विस्फोट से हुई है. इसकी सूचना तत्काल प्रशासन को दी गयी, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची का शव दूसरे दिन सदर अस्पताल लाया गया. जबकि सूचना पाते बच्ची के शव को प्रशासन द्वारा सदर अस्पताल लाया जाना चाहिए था. बच्ची का क्या दोष था, जो प्रशासन उसके शव को सदर अस्पताल तक पहुंचाने के लिए आगे नहीं आयी. महिलाओं ने कहा कि ग्रामीण किस तरह इस क्षेत्र रह कर अपना गुजर-बसर कर रहे है. इसकी खोज खबर प्रशासन द्वारा नहीं लिया जाता. घटना में एक की मौत के अलावा अन्य पांच लोग घायल भी हो गये थे, जिन्हें स्थानीय लोगों द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल
लाया गया.