लोहरदगा हिंसा : कर्फ्यू से चरमरायी अर्थव्यवस्था, अब तक 21 लोग गिरफ्तार
बुधवार को दो-दो घंटे कर दो बार ढील दी गयी, अब तक 21 लोग गिरफ्तार, 55 को बांड भराकर छोड़ा लोहरदगा : लोहरदगा में बुधवार को कर्फ्यू में 10 से 12 बजे और दो से चार बजे तक ढील दी गयी. इस दौरान शहर में काफी संख्या में लोग आवश्यक सामान की खरीदारी के लिए […]
बुधवार को दो-दो घंटे कर दो बार ढील दी गयी, अब तक 21 लोग गिरफ्तार, 55 को बांड भराकर छोड़ा
लोहरदगा : लोहरदगा में बुधवार को कर्फ्यू में 10 से 12 बजे और दो से चार बजे तक ढील दी गयी. इस दौरान शहर में काफी संख्या में लोग आवश्यक सामान की खरीदारी के लिए घरों से निकले. पूरे जिले में इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. आइजी नवीन कुमार सिंह, डीआइजी एबी होमकर व अन्य अधिकारियों ने पूरे इलाके का भ्रमण किया.
जोनल आइजी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि लोहरदगा में तेजी से स्थिति सामान्य हो रही है और आनेवाले दिनों में यदि इसी तरह शांति रही, तो बैंक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी खोला जायेगा.
उन्होंने बताया कि लोहरदगा में 23 जनवरी को घटी घटना में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वहीं 55 लोगों को पूछताछ के बाद बांड लिखवा कर छोड़ा गया है. दोषियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा है.
ज्ञात हो कि 23 जनवरी को राष्ट्रीय नागरिकता कानून के समर्थन में निकाली गयी रैली पर पथराव एवं पेट्रोल बम से हमला के बाद जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया था. इसमें कई लोग घायल हुए थे.
सोमवार को लोहरदगा शहरी क्षेत्र के रघुनंदन लेन निवासी नीरज राम प्रजापति (पिता रूपूनाथ प्रजापति) की मौत हो गयी थी. मंगलवार की रात उसके शव को कड़ी सुरक्षा के बीच लोहरदगा लाया गया और सेरेंगहातू श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया.