जर्जर भवनों को तोड़ कर कमरों का निर्माण कराने की मांग

लोहरदगा. शहरी क्षेत्र में अवस्थित बालिका उच्च विद्यालय लगभग 50 वर्ष पुराना है. यहां एक हजार से ज्यादा छात्राएं पढ़ती हैं. विद्यालय परिसर में कई विद्यालय भवन बन जाने के कारण यहां खेल मैदान नहीं रह गया है. विद्यालय में पढ़ रही छात्राओं को प्रार्थना के समय एक साथ खड़े होकर प्रार्थना करने में भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2014 6:00 PM

लोहरदगा. शहरी क्षेत्र में अवस्थित बालिका उच्च विद्यालय लगभग 50 वर्ष पुराना है. यहां एक हजार से ज्यादा छात्राएं पढ़ती हैं. विद्यालय परिसर में कई विद्यालय भवन बन जाने के कारण यहां खेल मैदान नहीं रह गया है. विद्यालय में पढ़ रही छात्राओं को प्रार्थना के समय एक साथ खड़े होकर प्रार्थना करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. बावजूद इसके विद्यालय में दो कमरों का विद्यालय भवन का निर्माण कराया जाना है. इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को मिलने के बाद लोगों ने उपायुक्त से जर्जर पुराने भवन को तोड़ कर या अन्य मजबूत भवनों के उपर कमरों का निर्माण कराने की मांग की है. विद्यालयों में खेल मैदान न रहने से विद्यार्थियों को खेल के प्रति रुचि नहीं रह जाती. जबकि वर्तमान समय में खेल के भी माध्यम से सरकारी नौकरी देने का प्रावधान है. ऐसी स्थिति में छात्राएं खेल से वंचित रह जायेंगी. जिससे सरकारी मिलने वाली लाभ से भी छात्राएं वंचित हो जायेंगी. विद्यालयों में खेल-कूद सहित अन्य प्रतियोगिताएं भी करायी जाती है. जगह के अभाव में यहां की छात्राएं इससे वंचित हो जाती है. मांग करने वालों में अशोक खत्री, शिव कुमार प्रसाद, संजय वर्मन, हिमांशु कुमार, मोहमद मिन्हाज, परमानंद मिश्र, चंद्रशेखर मेहता, प्रदीप खत्री, राजगीर महतो, अमित वर्मा, हेमंत वर्मा, दयानंद साहू, मो कलाम आदि लोग शामिल हैं.

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