दो प्रदेश अध्यक्षों की प्रतिष्ठा दावं पर

लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में तेज होने लगी है राजनीतिक सरगर्मीलोहरदगा. लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगरमी तेज होने लगी है. विभिन्न प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. अभी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्याशी अपनी ताकत झोंक रहे हैं. झंडों व पताकों से लोगों को लुभाने का क्रम शुरू हो गया है. कांग्रेस पार्टी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2014 7:02 PM

लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में तेज होने लगी है राजनीतिक सरगर्मीलोहरदगा. लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगरमी तेज होने लगी है. विभिन्न प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. अभी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्याशी अपनी ताकत झोंक रहे हैं. झंडों व पताकों से लोगों को लुभाने का क्रम शुरू हो गया है. कांग्रेस पार्टी का झंडा जहां अमलाटोली में ज्यादा नजर आ रहा है, वहीं आजसू का झंडा पतराटोली इलाके में लहरा रहा है. शहर के अन्य भागों में भी कांग्रेस आजसू के झंडे देखे जा रहे हैं. जगह-जगह चुनावी कार्यालय खोले जा रहे हैं. भाजपा आजसू गंठबंधन के उम्मीदवार कमल किशोर भगत क ी चुनावी सभा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यक र्ताओं में नयी ऊर्जा का संचार किया है. एक समय सुस्त पड़ गये भाजपाई अब रेस हो गये हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत खुद चुनाव मैदान में हैं और वे लगातार अपनी स्थिति मजबूत बनाने में जुटे हैं. लोहरदगा विधानसभा सीट से कुल 15 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. हर एक उम्मीदवार अपने को दूसरे से बेहतर साबित करने में लगा है. कोई वोट कटवा का काम कर रहा है तो कोई अपना इगो सटीस्फाइड करने में जुटा है. चुनाव मैदान में कांग्रेस पार्टी से त्याग पत्र देकर पूर्व मंत्री स्व इंद्रनाथ भगत की धर्मपत्नी सह जिला परिषद अध्यक्ष जयवंती कुमारी भगत उतरी हैं. कोयल उस पार के इलाके में वह अपनी ताकत लगा रही हैं. कांग्रेस पार्टी के सचिव पद से त्याग पत्र देकर जगदीप भगत चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. विरोधों, अटकलों, अफवाहों से बेखबर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुखदेव भगत 2009 में खोयी अपनी सीट को पुन: पाने के लिए एक रणनीति के तहत खामोशी से काम कर रहे हैं. आजसू के कमल किशोर भगत अपनी इस सीट को बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाये हुए हैं. झारखंड मुक्ति मोरचा से सुखदेव उरांव कुडू एवं भंडरा क्षेत्र में अपनी स्थिति को लगातार मजबूत करने में लगे हैं.

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