शिशु मृत्यु दर रोकने को लेकर प्रशिक्षण

लोहरदगा. ग्राम स्वराज्य संस्थान में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें प्रशिक्षु प्रशिक्षकों को टीका के फायदे के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने पर चर्चा की गयी. एसीएमओ डॉ कैप्टन शेषनारायण झा ने कहा कि पेंटावेलेंट वैक्सीन से बाल मृत्यु दर में कमी आयेगी. कहा कि पहले बच्चों के डिपथीरिया, काली खांसी टेटनस, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2014 7:01 PM

लोहरदगा. ग्राम स्वराज्य संस्थान में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें प्रशिक्षु प्रशिक्षकों को टीका के फायदे के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने पर चर्चा की गयी. एसीएमओ डॉ कैप्टन शेषनारायण झा ने कहा कि पेंटावेलेंट वैक्सीन से बाल मृत्यु दर में कमी आयेगी. कहा कि पहले बच्चों के डिपथीरिया, काली खांसी टेटनस, हेपेटाइटिस बी के लिए अलग-अलग वैक्सिन दिया जाता था. अब जनवरी 2015 के प्रथम सप्ताह से नयी व्यवस्था के तहत नवजातों को पेंटावेलेंट के माध्यम से टीकाकरण कराया जायेगा. जिससे बच्चे को एक टीका लगाने से ही डिपथीरिया, काली खांसी, टेटनस, हेपेटाइटिस, इन्फलुऐंजा टाइप बी से पूरी बचाव पिछले दस वर्षों से निजी क्लिनिकों में किया जा रहा है. अब सरकारी स्तर से भी इन टीकों का लाभ नवजातों को मिलेगा. जिससे शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी. कार्यशाला में डॉ एरोन तिग्गा, डॉ ओपी गुप्ता, डॉ आर्या. डॉ रमेश, डॉ मरसा टोपनो, नाजिश अख्तर के अलावे सभी प्रखडांे के चिकित्सक मौजूद थे.

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