अपने घर लौटे भगवान जगन्नाथ

भंडरा–लोहरदगा : श्रद्धा, भक्ति, उल्लास एवं शांतिपूर्ण वातावरण में घुरती रथ यात्रा मेला संपन्न हुआ. अखिलेश्वर धाम स्थित मौसी बाड़ी में नौ दिनों तक रहने के बाद रथ में सवार हो कर भगवान जगन्नाथ , बालभद्र व बहन सुभद्रा के साथ वापस ठाकुर बाड़ी मंदिर लौट आये. भक्तों ने भगवान के रथ को रस्सी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2013 3:16 AM

भंडरालोहरदगा : श्रद्धा, भक्ति, उल्लास एवं शांतिपूर्ण वातावरण में घुरती रथ यात्रा मेला संपन्न हुआ. अखिलेश्वर धाम स्थित मौसी बाड़ी में नौ दिनों तक रहने के बाद रथ में सवार हो कर भगवान जगन्नाथ , बालभद्र बहन सुभद्रा के साथ वापस ठाकुर बाड़ी मंदिर लौट आये.

भक्तों ने भगवान के रथ को रस्सी के सहारे खींचकर ठाकुर बाड़ी पहुंचाया. लोगों के दर्शन के लिए सुबह 7 बजे से ही मौसी बाड़ी खोल दिया गया था. दोपहर 3 बजे मौसीबाड़ी से रथ यात्रा शुरू हुई. ठाकुरबाड़ी में भगवान को रथ से उतार कर मंदिर में विशेष पूजा आरती की गयी. रथ यात्रा मेला में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे.

* अखिलेश्वर धाम मंदिर में उमड़ी भीड़ :रथ यात्रा मेला के अवसर पर अखिलेश्वर धाम मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी. सुबह पांच बजे से ही शिवभक्त मंदिर पहुंचने लगे थे. भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर में पंक्तिबद्ध कर लोगों को पूजा अर्चना करवाया गया. मंदिर में देर रात तक भीड़ लगी रही.

* दूरदूर से आये थे लोग : रथ यात्रा मेला में गुमला, रांची, लातेहार एवं लोहरदगा जिला के लोग शामिल हुए. मनोरंजन के साधनों में मौत का कुआं, सर्कस, ड्रैगन, झूला, चित्रकार एवं अन्य मनोरंजन के साधन लगाये गये थे. मेला में शांति व्यवस्था के लिए बीडीओ बंधन लौग, थाना प्रभारी धनश्याम यादव, बीइइओ सुरेश चौधरी, जीपीएस नंदकिशोर राम, बीएचओ अर्चना मिंज, एमओ विरेंद्र कुमार सिन्हा एवं पुलिस कर्मी लगे हुए थे.

कुडू (लोहरदगा) : घुरती रथ यात्रा के मौके पर शुक्रवार को मौसीबाड़ी से भगवान जगन्नाथ स्वामी, बहन सुभद्रा भाई बलराम वापस घर लौट गये. शुक्रवार को बस स्टैंड स्थित हनुमान मंदिर में भगवान जगन्नाथ स्वामी के दर्शन के लिए दोपहर बाद श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा. आम श्रद्धालुओं के दर्शन के बाद शाम पांच बजे रथ यात्रा प्रारंभ हुई. रथ खींचने के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्सुकता देखी गयी. घुरती रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ स्वामी के घर लौटते ही रथ यात्रा का त्योहार संपन्न हो गया.

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