एड्स से भी खतरनाक है हेपेटाइटिस-बी
लोहरदगा : पतरोटाली स्थित सृष्टि कार्यालय में हेपेटाइटिस–बी जागरूकता अभियान चलाया गया. मौके पर रिसर्च इंडिया के सुनील कुमार सिंह ने हेपेटाइटिस–बी ने बताया कि हेपेटाइटिस बी एड्स से भी अधिक खतरनाक, जानलेवा एवं लाइलाज बीमारी है. हेपेटाइटिस–बी से भारत वर्ष में प्रति वर्ष लगभग 10 लाख लोगों की असामयिक मृत्यु होती है. एक सर्वे […]
लोहरदगा : पतरोटाली स्थित सृष्टि कार्यालय में हेपेटाइटिस–बी जागरूकता अभियान चलाया गया. मौके पर रिसर्च इंडिया के सुनील कुमार सिंह ने हेपेटाइटिस–बी ने बताया कि हेपेटाइटिस बी एड्स से भी अधिक खतरनाक, जानलेवा एवं लाइलाज बीमारी है.
हेपेटाइटिस–बी से भारत वर्ष में प्रति वर्ष लगभग 10 लाख लोगों की असामयिक मृत्यु होती है. एक सर्वे के अनुसार यदि हेपेटाइटिस–बी से बचाव का कोई उपाय न किया जाये तो आने वाले 15 वर्षो में हर तीसरा व्यक्ति हेपेटाइटिस–बी से ग्रसित हो जायेगा.
उन्होंने जानकारी दी कि यह प्रदूषित सूई, दूषित जल, सुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित मां से शिशु को, संक्रमित व्यक्ति के खांसने आदि कारणों से आसानी से फैलता है.
मौके पर संजय कुमार मिश्र, नरेश महतो, फुलमनी कुमारी, दिलीप तिग्गा, देवनाथ महली, सूरज साहू, सीता कुजूर, आरती कुमारी, आनंदी कुमारी, पुष्पा कुमारी, सपना किस्पोटा, सुखदेव भगत, कृष्णा उरांव, जगेश्वर भगत, रेशमा तिर्की, भगवान दास उरांव, कृष्ण कुमार मिश्र, किरण कुमारी, देवमनी उरांव, कलिंद्र उरांव, सुनील लोहरा, सचिन सिंघानिया, प्रकाश कुमार नायक, सुनीता भगत, गीता देवी, लाल रोबीन आदि मौजूद थे.