किस्को (लोहरदगा) : माओवादियों ने शनिवार को ठेकेदार वीरेंद्र उरांव (28) की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया. उसकी लाश ओने गढ़ा नदी के समीप मिली. वह पेशरार नवाटोली निवासी सहबू उरांव का पुत्र था.
लोहरदगा में किराये के मकान में रहता था. वीरेंद्र के पॉकेट से पुलिस को एक परचा मिला है, जिसमें लिखा है कि वीरेंद्र पुलिस का मुखबिर था. चांपी माइंस में माओवादियों के नाम पर लेवी वसूलता था.
तालाब का काम करा रहा था वीरेंद्र : जानकारी के मुताबिक, रनकुली गांव में भूमि संरक्षण विभाग की ओर से 22 लाख रुपये की लागत से तालाब का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. लाभुक समिति के इस कार्य का ठेकेदार वीरेंद्र उरांव था.
नक्सली दो दिन पहले ही यहां काम में लगे ट्रैक्टर व जेसीबी मशीन उठा कर ले गये थे. ठेकेदार वीरेंद्र को शुक्रवार को बुलाया गया था. पुलिस को इसकी सूचना नहीं देने की धमकी भी दी थी. लेकिन ठेकेदार वीरेंद्र ने पुलिस को सारी सूचना दे दी थी.
इससे नाराज होकर नक्सलियों ने ठेकेदार वीरेंद्र उरांव की हत्या कर दी. फिर ट्रैक्टर में लाश लाद कर नदी के समीप फेंक दिया.