आठ वर्ष में भी नहीं बना भवन
– अमित राज – हाल कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कुड़ू का कुडू (लोहरदगा) : कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कुडू का भवन निर्माण आठ वर्षो में भी पूर्ण नहीं हो पाया है. इस कारण मेसो द्वारा निर्मित आदिवासी छात्रवास में विद्यालय चल रहा है. वहां छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वीरान […]
– अमित राज –
हाल कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कुड़ू का
कुडू (लोहरदगा) : कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कुडू का भवन निर्माण आठ वर्षो में भी पूर्ण नहीं हो पाया है. इस कारण मेसो द्वारा निर्मित आदिवासी छात्रवास में विद्यालय चल रहा है. वहां छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वीरान क्षेत्र में चल रहे आवासीय विद्यालय के आसपास गंदगी के कारण यहां रहने वाली छात्रएं मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों से जूझ रही हैं. जानकारी के अनुसार सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्रखंड परिसर के समीप आवासीय एवं विद्यालय निर्माण कार्य हेतु लगभग 44 लाख रुपया आवंटित किया गया था.
इस राशि से छात्राओं के रहने के लिए कमरे, किचन, शौचालय समेत कार्यक्रम के लिए हॉल, शिक्षण कार्य के लिए कमरे बनाने की योजना थी.
गरीब छात्राओं को सुविधा मुहैया कराना बना सपना
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय प्रारंभ करने के पीछे सिर्फ गरीब छात्राओं को विशेष पठन–पाठन की सुविधा मुहैया कराना था. जिसे धरातल पर नहीं उतारा जा सका है. ज्ञातव्य हो कि 2005 में भवन निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया जा सका है. कार्य पूर्ण कराने के प्रति जिला प्रशासन व जिला शिक्षा विभाग पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है.
एक ही बेड पर तीन छात्रएं सोती हैं
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में लगभग 145 छात्रएं अध्ययनरत हैं. जहां आवास के लिए पांच कमरे है. नतीजा एक बेड पर तीन छात्रएं रह रही हैं. शिक्षण कार्य के लिए दो हॉल के साथ चार कमरे हैं. पर्याप्त कमरे न होने से शिक्षण कार्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है.