केंद्रीय टीम ने मामले की जांच की

फोटो- एलडीजीए-1 जांच करते अधिकारी.सेन्हा/लोहरदगा. सेन्हा थाना क्षेत्र के भड़गांव निवासी हरिनाथ उरांव के नि:शक्त पुत्र दिलीप उरांव के साथ दिल्ली में शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़ना को लेकर अनुसूचित जनजाति आयोग की टीम लोहरदगा पहुंच कर मामले की जांच की. आयोग के सहायक निदेशक आरके दूबे, सूरज कुमार, बाल संरक्षण पदाधिकारी विरेंद्र कुमार, सेन्हा थाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2015 7:04 PM

फोटो- एलडीजीए-1 जांच करते अधिकारी.सेन्हा/लोहरदगा. सेन्हा थाना क्षेत्र के भड़गांव निवासी हरिनाथ उरांव के नि:शक्त पुत्र दिलीप उरांव के साथ दिल्ली में शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़ना को लेकर अनुसूचित जनजाति आयोग की टीम लोहरदगा पहुंच कर मामले की जांच की. आयोग के सहायक निदेशक आरके दूबे, सूरज कुमार, बाल संरक्षण पदाधिकारी विरेंद्र कुमार, सेन्हा थाना प्रभारी रामजी प्रसाद आदि लोगांे ने भड़गांव पहुंच कर दिलीप के परिजनों से बातचीत की. ज्ञात हो कि दिलीप 2014 में दिल्ली चला गया था, जहां वह मानव तस्कर के हाथ में पड़ गया. मानव तस्करों ने उसे एक घर में बेच दिया. जहां उसके साथ शारीरिक एवं मानसिक शोषण किया गया. दिलीप वहां से भागने के क्रम में बड़काकाना पहुंच गया, जहां आरपीएफ ने दिलीप को पकड़ कर वापस भेजा दिया. दिलीप बड़काकाना मंे भीख मांगते मिला था. घटना की जानकारी मिलने पर अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने टीम गठित कर मामले की सत्यता की जांच के आदेश दिये. इसी क्रम में जांच टीम सेन्हा पहुंच कर दिलीप के परिजनों से बात कर मामले की जानकारी ली.

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