लोहरदगा : जिले के सुदूर वनांचली इलाके के 17 बच्चों को एसपी सुनील भास्कर ने गोद लेकर पठन–पाठन सरकारी खर्च से कराने का बीड़ा उठाया. इन बच्चों को शहरी क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में बांट कर नामांकन कराया.
इन बच्चों को पुलिस पिकेट बाल लॉज में रखने का व्यवस्था कराया गया है. इन बच्चों को डीएवी, महादेव आश्रम मंजूरमती उच्च विद्यालय, शीला अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर, त्रिवेणी पब्लिक स्कूल तथा डिवाईन स्पार्क पब्लिक स्कूल में नामांकन कराया गया है. जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के दुर्गम क्षेत्रों के छात्रों को गोद लिया गया है.
जिसमें महादेव आश्रम मंजूरमति उच्च विद्यालय में नीलेश्वर उरांव केरार निवासी, सुनील किसान पेशरार जोभेया टोली निवासी, सिलेसर खेरवार बुलबुल निवासी, बुधेश्वर खेरवार बुलबुल निवासी, रितेश उरांव कोटिरी निवासी, डिवाईन स्पार्क पब्लिक स्कूल में पवन मुंडा, वीरेंद्र उरांव रोरद निवासी, शेरू खेरवार बुलबुल निवासी, त्रिवेणी पब्लिक स्कूल में मुन्ना उरांव चंदगो निवासी, धुरेंदु लोहरा मदनपुर निवासी, दशरथ नगेशिया चंदगो निवासी, डीएवी पब्लिक स्कूल में कृष्णा उरांव चंदलगी निवासी, प्रदीप उरांव ओनगढ़ा निवासी, संजीत महतो ओनगढ़ा निवासी, शीला अग्रवाल शिशु मंदिर में लालदेव उरांव डुगु निवासी, रोशन खेरवान बुलबुल निवासी तथा कैलाश उरांव डुगु निवासी का नामांकन कराया गया है.
सभी बच्चे पांच से सात वर्ष के हैं. मौके पर एसपी सुनील भास्कर ने कहा कि वनांचली दुर्गम क्षेत्र के लोग गरीबी के कारण अपने बच्चों को सही शिक्षा नहीं दे पाते हैं. यही कारण है कि इन क्षेत्र के बच्चे युवा वर्ग में आकर भटकाव के रास्ते चले जाते हैं.
उन्होंने कहा कि अशिक्षा के कारण ही लोग उग्रवादी गतिविधि में जुट रहे हैं. मौके पर डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य के अवतार, डिवाईन पब्लिक स्कूल के प्राचार्य वीके बालान्जिनप्पा, मंजूरमति के प्राचार्य मदन मोहन पांडेय, शीला अग्रवाल शिशु मंदिर के प्राचार्य कुमार विमलेश, त्रिवेणी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य सुदीप सेन, साबीर खान, राजीव रंजन सहित पुलिस पदाधिकारी एवं बच्चों के अभिभावक मौजूद थे.