अस्वच्छता ही बीमारियों की जड़
लोहरदगा : तमाम बीमारियों की जड़ गंदगी है. स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है. स्वच्छ इंसान हमेशा स्वस्थ रहता है. उक्त बाते डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने उर्सुलाइन कॉन्वेंट स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में कही. शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित स्वच्छता से संबंधित कार्यशाला का उदघाटन डीसी ने दीप प्रज्जवलित कर किया. 18 अगस्त से 17 […]
लोहरदगा : तमाम बीमारियों की जड़ गंदगी है. स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है. स्वच्छ इंसान हमेशा स्वस्थ रहता है. उक्त बाते डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने उर्सुलाइन कॉन्वेंट स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में कही. शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित स्वच्छता से संबंधित कार्यशाला का उदघाटन डीसी ने दीप प्रज्जवलित कर किया.
18 अगस्त से 17 सितंबर तक चलनेवाले स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ बच्चे अभियान में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डीसी ने कहा कि आजादी के 68 साल बाद भी हम स्वच्छता के मामले में असफल रहे हैं. इसका मूल कारण स्वच्छता के महत्व का अनुपालन नहीं करना है. इस अभियान को विद्यालय से जोड़ा गया. अब नि:संदेह यह कार्यक्रम सफल होगा. उपायुक्त ने कहा कि अस्वच्छता के कारण शिशु मृत्यु दर अधिक है.
बच्चे विद्यालय में साफ-सफाई के साथ आयेंगे तो उसका सुखद नतीजा उनके घर में भी देखने को मिलेगा. बच्चे जब खुले मे शौच नहीं करेंगे, तो इसका अनुशरण बड़े भी करेंगे. स्वच्छता के अनुपालन में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. कहा कि खाने से पहले और शौच के बाद निश्चित रुप से साबुन से हाथ धुलाई करना चाहिए. कहा कि विद्यालयों में बाल संसद का गठन किया जाता है और स्वच्छता को लागू कराने में स्वच्छता मंत्री की भूमिका महत्वपूर्ण होगी.
बच्चों के साथ साथ विद्यालय के प्रधानाध्यापक भी सफाई को प्रोत्साहन देंगे तो इसका लाभ मिलेगा. यदि कोई खुले में शौच कर रहा है, घर का कचरा इधर उधर फेंक रहा है, तो हमें उसका अनुकरण नहीं करना चाहिए, बल्कि हमें अपने व्यवहार से ऐसा माहौल तैयार करना चाहिए जिसका दूसरे लोग अनुकरण करें.
गंदगी चाहे तन की हो, चाहे मन की हो या फिर माहौल की, हमेशा खराब होती है. खराब चीजों से हमेशा बचना चाहिए. उपायुक्त ने कहा कि पूरे जिले को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाना है और इसमें तब तक सफलता नहीं मिलेगी जब तक सभी लोग अपनी भागीदारी ईमानदारी पूर्वक नहीं निभायेंगे. मौके पर वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री साहू, जिला कल्याण पदाधिकारी संगीता शरण, पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता विपिन बिहारी सिन्हा, डीइओ उर्मिला कुमारी, सभी प्रखंडों के बीइओ, शिक्षक-शिक्षिकाएं, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित अन्य लोग मौजूद थे.