कचरा बिन रहे हैं बच्चे
लोहरदगा : नौनिहालों को बेहतर भविष्य देने के उद्देश्य सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की जाती है. विद्यालयों में 14 वर्ष तक के बच्चों का नामांकन सहित इन्हें किसी कार्य में न लगाने की घोषणा भी सरकार द्वारा की जाती है. किंतु घोषणाएं धरातल पर नजर नहीं आती. आज भी कई ऐसे बच्चे […]
लोहरदगा : नौनिहालों को बेहतर भविष्य देने के उद्देश्य सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की जाती है. विद्यालयों में 14 वर्ष तक के बच्चों का नामांकन सहित इन्हें किसी कार्य में न लगाने की घोषणा भी सरकार द्वारा की जाती है. किंतु घोषणाएं धरातल पर नजर नहीं आती. आज भी कई ऐसे बच्चे हैं जो कचरों में अपनी जिंदगी की तलाश में जुटे हैं.
ग्रामीण इलाकों की तो बात ही अलग है, शहरी क्षेत्र में भी कई ऐसे नौनिहाल हैं जो अपने पेट की खातिर कूड़े-कचरे में फेके प्लास्टिक के सामान, प्लास्टिक, रद्दी कागज खोजने को विवश हैं. इसे देखनेवाला कोई नहीं है. धरातल पर सरकारी योजनाओं का समुचित प्रयोग नहीं हो पा रहा है. शहरी क्षेत्र के राणा चौक स्थित नालियों में फेंके गये कचरों से कई बच्चे अपनी भूख मिटाने को विवश हैं.