नहर की मरम्मत शुरू, किसान खुश
तीनों नहरों का जीर्णोद्धार कार्य 18 करोड़ की लागत से हो रहा है कैरो/लोहरदगा : कैरो प्रखंड क्षेत्र में स्थित नंदिनी जलाशय से निकली तीनों नहरों का जीर्णोद्धार कार्य 18 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है. संवेदक ने बरसात पूर्व ही इन नहरों में काम लगा कर टूटे मेढ़ों एवं नहर में […]
तीनों नहरों का जीर्णोद्धार कार्य 18 करोड़ की लागत से हो रहा है
कैरो/लोहरदगा : कैरो प्रखंड क्षेत्र में स्थित नंदिनी जलाशय से निकली तीनों नहरों का जीर्णोद्धार कार्य 18 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है. संवेदक ने बरसात पूर्व ही इन नहरों में काम लगा कर टूटे मेढ़ों एवं नहर में भरी मिट्टी की निकासी करायी है. टूटे पुल-पुलियों की मरम्मत कार्य भी लगभग पूरा कर लिया गया है.
पीचिंग का कार्य भी प्रगति पर है. बरसात पूर्व मुख्य नहर में पानी प्रवाहित कराया गया था, जिससे नहर नीचे पड़नेवाले खेतों में अच्छी फसल भी हुई. तीनों नहरों का काम पूरा हो जाने के बाद क्षेत्र के अंबवा, पंचागाई, नगजुआ, नरौली, खंडा, बंडा, उरांव बंडा, बरटोली, उत्तका, कैरो, एड़ादोन, पतराटोली, सिंजो, सुकुरहूटू सहित अन्य गांवों के हजारों एकड़ भूमि सिंचित होगा.
ज्ञात हो कि नंदिनी जलाशय निर्माण के कुछ वर्षो तक तीनों नहरों में डैम का पानी संचालित होता था, जिससे क्षेत्र के लोग आत्मनिर्भर होने लगे थे. बड़े पैमाने पर धान एवं गेहूं की खेती लोग करने लगे थे. इसी बीच मामूली मरम्मत के अभाव में नहरों में मिट्टी भर गया तथा नहर की मेढ़ टूट गये.
जिससे जल प्रवाह बंद कर दिया गया. बीच के लगभग 8-10 वर्षो तक नहर बेकार साबित हुआ. नहर निर्माण का संवेदक द्वारा निर्माण कार्य जल्द पूरा करने को लेकर काम भी तेजी से कराया जा रहा है. किसानों का कहना है कि नहरों में पानी संचालित होने से बड़े पैमाने पर खेती शुरू हो जायेगी. क्षेत्र चावल, गेहूं एवं सब्जियों के मामले में आत्मनिर्भर हो जायेगा.