मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा : फा विंसेंट

जिले में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस पर्व, विभिन्न चर्चो में की गयी मिस्सा पूजा लोहरदगा : क्रिसमस पर्व पर विभिन्न चर्चो में 25 दिसंबर की सुबह मिस्सा पूजा की गयी. सभी चर्चों को सजाया गया था. संत उर्सुला चर्च, संत बेरनादेत आरसी चर्च, एनडबल्यूजीइएल चर्च, जीइएल चर्च, सीएनआइ चर्च, एजी चर्च पतरा टोली सहित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2015 8:12 AM
जिले में धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस पर्व, विभिन्न चर्चो में की गयी मिस्सा पूजा
लोहरदगा : क्रिसमस पर्व पर विभिन्न चर्चो में 25 दिसंबर की सुबह मिस्सा पूजा की गयी. सभी चर्चों को सजाया गया था. संत उर्सुला चर्च, संत बेरनादेत आरसी चर्च, एनडबल्यूजीइएल चर्च, जीइएल चर्च, सीएनआइ चर्च, एजी चर्च पतरा टोली सहित जिले के विभिन्न चर्चों में मिस्सा अनुष्ठान व कार्यक्रम हुए.
इसाई धर्मावलंबी चर्च पहुंच कर प्रभु यीशु को याद किया. संत उर्सुला चर्च में आकर्षक चरनी बनायी गयी थी. इसाई धर्मावलंबियों द्वारा प्रभु यीशु की याद में धार्मिक गीत प्रस्तुत किये गये. लुथरन चर्च में पल्ली पुरोहित फादर नेम्हस ने प्रार्थना करायी गयी.चर्च में प्रभु यीशु के जन्म स्थल के प्रतिक चरनी को आकर्षक ढंग से सजाया गया.
चरनी में लेटे प्रभु यीशु के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. संत उर्सुला चर्च व टीटीसी तथा लिवेंस एकेडमी अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने केक काटकर उपस्थित धर्मावलंबियों को क्रिसमस की बधाई दी. मौके पर फादर विंसेंट मिंज ने कहा कि मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है. मानव सेवा के पुण्य से हमे चुकना नहीं चाहिए. कहा कि आपलोग किसा से बैर न कर सदैव दूसरों की सेवा के लिए तत्पर रहें.
क्रिसमस पर्व भाईचारगी का संदेश देता है. क्रिसमस आनंद व खुशी का पर्व है. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु बालक यीशु बन धरती पर अवतार लिये, इसलिये मानव बनना गौरव की बात है. मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है. उन्होंने कहा कि ईसा मसीह ने अंधकार को प्रकाश से, घृणा को प्रेम से और हिंसा को शांति व सदभाव से विजय प्राप्त करने का संदेश दिया है. क्रिसमस के अवसर पर विभिन्न गिरजाघरों में बड़ी संख्या में बच्चे, बूढ़े, महिला व पुरुष उपस्थित हुए. विभिन्न चर्चो में पल्ली पुरोहित द्वारा प्रार्थना करायी गयी.
भंडरा/लोहरदगा. भंडरा प्रखंड में क्रिसमस का पर्व धूमधाम से मनाया गया. बालक यीशु के जन्म पर क्षेत्र में खुशियां मनायी गयी. गिरजाघरों को सजाया गया था. रात भर लोगों ने पटाखे फोड़े.
गिरजाघरों व घरों में चरनी बनायी गयी थी. मौके पर लोगों ने केक काटकर एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी. गिरजाघरों में सामूहिक प्रार्थना की गयी. प्रखंड के भैसमुंदो, चटटी, तिलसिरी, आमदरी, डुमरी सहित अन्य गिरजाघरों में क्रिसमस का विशेष प्रार्थना व मिस्सा पूजा की गयी.
यीशु के जन्म पर झूमा मसीही समुदाय
कुडू (लोहरदगा). प्रभु यीशु मसीह के जन्म लेते ही पूरा कुडू प्रखंड उनकी अराधना में डूब गया है.रुवार की रात 12 बजे के बाद जैसे ही प्रभु यीशु का जन्म हुआ. चर्च में मौजूद तमाम लोग खुशी से झूम उठे. मिठाइयां बंटने लगी. लोग एक-दूसरे को बधाई देने लगे. 25 दिसंबर कि सुबह विशेष अनुष्ठान, मिस्सा पूजा की गयी. इसका नेतृत्व पादरी अब्राहम खाखा ने किया. वहीं सांता क्लोज बने बच्चे खूब लूभा रहे हैं.

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