सरना धर्म में वापसी से लोगों में खुशी

लोहरदगा : आदिवासी सरना धर्म से ईसाई धर्म में गये आदिवासी दंपती को वापस सरना धर्म में लाया गया. धर्म वापसी का काम आदिवासी नेता तिवारी उरांव, उप प्रमुख रणजीत भगत, वार्ड सदस्य मोहन उरांव, पाहन नन्हका मुंडा ने हाटी कुंबा टोली में पंचायत कर किया गया. मोहन उरांव ने बताया कि गांव का सनिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 26, 2016 12:57 AM
लोहरदगा : आदिवासी सरना धर्म से ईसाई धर्म में गये आदिवासी दंपती को वापस सरना धर्म में लाया गया. धर्म वापसी का काम आदिवासी नेता तिवारी उरांव, उप प्रमुख रणजीत भगत, वार्ड सदस्य मोहन उरांव, पाहन नन्हका मुंडा ने हाटी कुंबा टोली में पंचायत कर किया गया. मोहन उरांव ने बताया कि गांव का सनिया उरांव एवं उसकी पत्नी सुकरी उरांव ने छह वर्ष पहले ईसाई धर्म अपना लिया था.
दोनों ने सरना धर्म का अनुपालन नहीं किया था. इस मामले को लेकर गांव में बैठक हुई. सभी लोगों ने समझा कर इस दंपती को सरना धर्म के अनुकूल आचरण करने के लिए मना लिया था. गांव के पहान पुजार पंचायत के बीच तुलसी पत्ता से दंपती का शुद्धिकरण किया गया. सफेद मुर्गा चढ़ा कर सरना धर्म में प्रवेश करवाया गया.
ईसाई धर्म से वापस सरना धर्म में आने पर गांव के लोगों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सुबह का भूला हुआ शाम में वापस आया. बैठक में गांव के लोगों ने आश्वासन दिया कि दंपती के हर दुख -सुख में गांव के लोग सहयोग करेंगे. दंपती ने कहा िक ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभन दिया गया था.

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