जल संकट गहराया

परेशानी : चिलचिलाती गरमी से लोग बेहाल बढ़ती गरमी से लोग बेहाल हैं. स्थिति ऐसी कि दिन चढ़ने के साथ ही सड़कें सूनी हो जा रही है़ बिना काम के लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. बाहर जाना है, तो कपड़े से मुंह ढंक कर या छाता लेकर ही निकल रहे हैं़ स्कूली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 23, 2016 5:48 AM
परेशानी : चिलचिलाती गरमी से लोग बेहाल
बढ़ती गरमी से लोग बेहाल हैं. स्थिति ऐसी कि दिन चढ़ने के साथ ही सड़कें सूनी हो जा रही है़ बिना काम के लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. बाहर जाना है, तो कपड़े से मुंह ढंक कर या छाता लेकर ही निकल रहे हैं़ स्कूली बच्चों का हाल भी बुरा है़ उन्हें कड़ी धूप में स्कूल से लौटना पड़ रहा है़
पानी के लिए कुओं पर लग जाती है लंबी लाइन
लोहरदगा : जिले में तपती गरमी ने लोग बेहाल हैं. पारा 42 डिग्री पार करने को बेचैन है. दिन चढ़ने के साथ ही सड़के सूनी हो जा रही हैं. कड़ी धूप को देख कर लोग अपने घरों में ही रहना मुनासिब समझ रहे हैं. लू के प्रकोप से लोग ज्यादा परेशान हैं.
विभिन्न अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है. तेज धूप में उन्हें विद्यालय से लौटना पड़ रहा है़ गरमी के इस मौसम में जिले में पेयजल संकट भी उत्पन्न हो गया है. पेयजल संकट के समाधान के लिए जिला प्रशासन एवं पेयजल स्वच्छता विभाग तथा नगर पर्षद द्वारा प्रयास किया जा रहा है.
एक तो तपती गरमी, ऊपर से जल संकट और फिर बिजली की किल्लत से लोगों की परेशानी और बढ़ गयी है. कई जलाशयों एवं कुओं के सूख जाने से किसान भी परेशान हैं. जिन किसानों के खेत में फसल लगी हैं, वे किसी तरह उन्हें बचाने में लगे हैं. मवेशी पालकों को चिंता सता रही है कि मवेशियों के लिए पानी कहां से लायें. नदी-नालों में गड्ढा खोद कर किसी प्रकाश अपने मवेशियों काे पानी पिला रहे हैं.
ग्रामीण इलाके में पेयजल संकट गहरा गया है. इन क्षेत्रों के लोग पानी के लिए कुओं या चापानल पर निर्भर है, लेकिन गरमी में जलस्तर नीचे चले जाने से पानी का संकट गहरा गया है़ जिन कुओं या चापानल में पानी है, वहां सुबह से ही पानी लेनेवालों की भीड़ लगी रहती है़

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